राजस्थान में नई सरकार बनने के अब कुछ ही दिन शेष हैं। ऐसे में यहां का चुनावी माहौल बड़ा दिलचस्प बना हुआ हैं। राजस्थान के पिछले कुछ सालों के आंकड़ों पर नजर डाले तो यहां सत्ता परिवर्तन होता रहा हैं। ऐसे में इस बार चुनावी मैदान में कांग्रेस मजबूत नजर आ रही हैं।
जनता का समर्थन पाने के लिए हर राजनितिक दल अपनी सीटों पर उन प्रत्याशियों को ही टिकट देती है जिनसे उन्हें जनता के समर्थन की उम्मीद होती हैं। मगर वर्तमान की राजनिति इससे अलग हैं। इस बार भले ही प्रमुख दलो ने जनता का समर्थन पाने के लिए कई पैंतरे अपनाए है मगर इस बार भी प्रमुख दलों ने राजस्थान में अपनी कई सीटों पर ऐसे प्रत्याशियों को टिकट दिया है जिनका बैकग्राउंड आपराधिक रह चुका हैं।
बाल विवाह का समर्थन करने वाली बीजेपी प्रत्याशी के खिलाफ दर्ज हुआ मामला
सुप्रीम कोर्ट ने 25 सितंबर को यह आदेश जारी किया था कि यदि किसी पार्टी से आपराधिक प्रवृति वाला उम्मीदवार चुनाव में खड़ा होता है तो ऐसे उम्मीदवारों की लिस्ट पार्टी को अपनी वेबसाइट पर डालनी होगी। ऐसे में राजस्थान में होने वाले विधानसभा चुनावों में ना सिर्फ बीजेपी कांग्रेस बल्कि अन्य पार्टियों ने भी अपनी कई सीटों पर आपराधिक मुकदमें वालें लोगों को प्रत्याशी के तौर पर चुना हैं।
बता दें कि अब तक केवल भाजपा ने ही अपने दागी उम्मीदवारों की लिस्ट वेबसाइट पर जारी की हैं। बीजेपी के 32 उम्मीदवार ऐसे है जो आपराधिक प्रवृर्ति वाले हैं।वहीं कांग्रेस ने अब तक अपनी वेबसाइट पर ऐसी कोई लिस्ट जारी नहीं की हैं।