राजस्थान विधानसभा चुनाव का नामांकन वापसी का समय सीमा समाप्त हो चुका है। मान-मनौव्वल दौर के बाद बीजेपी-कांग्रेस को बागियों से दो-दो हाथ करने होंगे। प्रदेश की 50 से अधिक सीटों पर दोनों पार्टियों में बड़े बागी मैदान में हैं। बीजेपी के चार मंत्रियों सहित आठ विधायक बगावत कर चुनावी रण में कूद गए हैं। इनमें कैबिनेट मंत्री सुरेंद्र गोयल, हेम सिंह भडाना, राज्य मंत्री राजकुमार रिणवा एवं धनसिंह रावत शामिल हैं। दूसरी ओर कांग्रेस भी बागियों से जूझ रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री महादेव सिंह खंडेला, पूर्व मंत्री बाबूलाल नागर, पूर्व विधायक नाथूराम सिनोदिया, डा. सीएस वैद, रमेश खींची और पूर्व विधायक सीएल प्रेमी जैसे नाम बागियों की सूची में हैं।
मान-मनौव्वल के दौर में बीजेपी आठ और कांग्रेस चार बागियों को मना पाई। कांग्रेस नागौर से सभापति कृपाराम सोलंकी, विराटनगर से रामचंद्र सराधना, मसूदा से पूर्व विधायक ब्रह्मदेव कुमावत, अजमेर दक्षिण से ललित भाटी को मना लिया है वही बीजेपी ज्ञानदेव आहूजा, भवानी सिंह राजावत कठूमर से मंगलाराम कोली, अलका गुर्जर, श्रीराम भींचर, चौहटन से तरुण राय कागा, बाड़मेर से प्रियंका चौधरी, लाडनूं से पुष्पाकंवर को मना लिया है।
राजस्थान विधानसभा चुनाव में कुल 3293 उम्मीदवारों ने नामांकन किया था। नाम वापसी के दो दिनों के दौरान 578 उम्मीदवारों ने नाम वापस लिया। 612 का नामांकन रद्द हुआ है। कल नामांकन वापसी के बाद चुनावी रण में 2294 प्रत्याशी मैदान में है।
बीजेपी | कांग्रेस | बसपा | आप | CPI | CPM | BVP | RLP |
200 | 195 | 191 | 143 | 16 | 28 | 63 | 58 |