शरद पुरोहित,जयपुर। अग्रवाल समाज ने इस वर्ष महाराजा अग्रसेन की 5150वीं जयंती को धूमधाम से मनाने के साथ ही एक महत्वपूर्ण सामाजिक निर्णय भी लिया। जोधपुर में आयोजित इस जयंती समारोह में प्री-वेडिंग शूटिंग की कुप्रथा को समाप्त करने का आह्वान किया गया। समाज के पदाधिकारियों ने विवाह पूर्व फोटो शूट और वीडियो शूटिंग पर पूरी तरह से पाबंदी लगाने का निर्णय लिया, ताकि रिश्तों में कुप्रथाओं का असर न पड़े।
समाज में प्री-वेडिंग शूटिंग पर प्रतिबंध
अग्रसेन संस्थान के अध्यक्ष उमेश लीला ने इस कुप्रथा पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि प्री-वेडिंग शूटिंग के कारण कई रिश्ते टूट जाते हैं। उन्होंने इस पर रोक लगाने की शपथ ली और समाज के अन्य लोगों को भी इसे मानने का अनुरोध किया। बैठक में विभिन्न जिलों से आए समाज के पदाधिकारियों ने इस फैसले का समर्थन करते हुए शपथ ली कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में इस निर्णय को लागू करेंगे और समाज के लोगों को इसके प्रति जागरूक करेंगे।
संस्कृति से जोड़ने का आह्वान
समाज के अध्यक्ष उमेश लीला ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को अपनी संस्कृति से जुड़ने की जरूरत है। उन्होंने कहा, “हमारे बच्चे चाहे जितने भी प्रतिभाशाली क्यों न हों, अगर वे समाज और देश के लिए काम नहीं आते, तो उनकी प्रतिभा का कोई मतलब नहीं है।” उन्होंने यह भी कहा कि समाज में कई कुरीतियां फैल चुकी हैं, जिन्हें दूर करना आवश्यक है, और प्री-वेडिंग शूटिंग उनमें से एक है।
बैठक में सर्वसम्मति से लिया गया निर्णय
बैठक में मौजूद अग्रवाल समाज के कई प्रमुख लोगों ने प्री-वेडिंग शूटिंग पर अपनी आपत्तियां जताईं। उन्होंने कहा कि इस दौरान जिन पोज़ में लड़का और लड़की फोटो खिंचवाते हैं, वह सही नहीं होते। इसलिए, सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि समाज में इस कुप्रथा को समाप्त किया जाए और इसे सख्ती से लागू किया जाए।