चौक टीम, जयपुर। देश के अधिकांश हिस्सों में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है। देश की राजधानी दिल्ली में आसमान से आग बरस रही है। हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सोमवार को यहां तापमान 48 डिग्री को पार कर गया। सबसे ज्यादा जानलेवा गर्मी राजस्थान में पड़ी। यहां तापमान 49 से ऊपर रहा। इसके अलावा हरियाणा, पंजाब, यूपी और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में भी तापमान 48 से ऊपर चला गया। आईएमडी का कहना है कि देश के करीब 17 शहरों में रिकॉर्ड गर्मी दर्ज की गई है। फिलहाल मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों के लिए लू से राहत मिलने की कोई संभावना नहीं जताई है।
मानसून के जल्द दस्तक देने की खबरों के बीच अधिकांश राज्यवासी इस समय जानलेवा गर्मी से जूझ रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर समेत देश के 17 शहरों में पारा 48 के पार पहुंच गया। मौसम विभाग के मुताबिक, गर्मी से सबसे बुरा हाल उत्तर पश्चिम और मध्य भारतीय हिस्सों में है। लगातार गर्मी से लोगों का स्वास्थ्य और उनकी आजीविका भी प्रभावित हो रही है।
सोमवार को लोगों को जानलेवा गर्मी का सामना करना पड़ा। दिल्ली-एनसीआर समेत देश के 17 स्थानों पर तापमान 48 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। राजस्थान का फलोदी 49.4 डिग्री सेल्सियस के साथ देश का सबसे गर्म स्थान रहा। राजस्थान में कम से कम आठ और स्थानों पर तापमान 48 डिग्री सेल्सियस से ऊपर रहा। हरियाणा के सिरसा में पारा 48.4 डिग्री, दिल्ली के मुंगेशपुर में 48.8 डिग्री, पंजाब के बठिंडा में 48.4 डिग्री, उत्तर प्रदेश के झांसी में 48.1 डिग्री और मध्य प्रदेश के निवाड़ी में 48.7 डिग्री तक पहुंच गया। यहां तक कि हिमाचल प्रदेश की पहाड़ियों में भी गर्मी का सामना करना पड़ा है। ऊना में अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि मंडी में अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री दर्ज किया गया।
देश की राजधानी दिल्ली में भीषण गर्मी का प्रकोप जारी है और यहां के कई इलाकों में अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस को पार कर गया। मौसम कार्यालय ने कहा कि दिल्ली के लिए सोमवार को ‘रेड अलर्ट’ जारी किया गया था और अगले तीन दिनों तक ऐसा ही रहेगा। सफदरजंग वेधशाला ने तापमान 45.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया जो सामान्य से 4.7 डिग्री अधिक था। न्यूनतम तापमान 29.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पालम वेधशाला में अधिकतम तापमान 46 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से पांच डिग्री अधिक है।
आईएमडी के प्रमुख मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से नमी आने के कारण तीन दिनों के बाद चिलचिलाती गर्मी से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ और अरब सागर से नमी आने के कारण देश के उत्तर पश्चिम और मध्य भागों में गरज के साथ वर्षा होने और पश्चिमी हिमालय क्षेत्र में बारिश होने की संभावना है, जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिल सकती है।
आईएमडी ने जून में उत्तर पश्चिम भारत और मध्य क्षेत्र के आसपास के हिस्सों में लू वाले दिनों की संख्या अधिक रहने का पूर्वानुमान जताया है। महापात्र ने कहा कि उत्तर पश्चिम भारत में जून के महीने में आम तौर पर तीन दिन लू चलती है, लेकिन इस बार इन इलाकों में दो-चार दिन ज्यादा ऐसी स्थिति बन सकती है यानी इन इलाकों में चार से छह दिन भयंकर लू चलने का अनुमान है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत के कुछ हिस्सों को छोड़कर, जून में पूरे देश में अधिकतम तापमान सामान्य से सामान्य से अधिक रहने की उम्मीद है।