देश में हर साल 4 दिसंबर को नौसेना दिवस मनाया जाता हैं। जो कि नौसेना की उस जीत के जश्न के रुप में मनाया जाता है जब भारतीय नौसेना के जाबांजों ने साल 1971 में हुए पाकिस्तान के साथ युध्द में जीत हासिल की थी। इस युध्द में मिली जीत के जश्न के रुप में आज के दिन को भारतीय नौसेना के रुप में मनाया जाता हैं।
देश की रक्षा के लिए मौजूद तीनों सेनाओं का एक अहम योगदान रहता हैं। नौसेना ने अपनी ताकत को मजबूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाने पर विचार कर रही हैं। जिसके बारे में नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए यह जानकारी दी हैं। जी हां नौसेना ने अपनी क्षमता बढ़ाने के लिए 56 जंगी जहाजों और पनडुब्बियों को शामिल करने की योजना बना रही हैं।
एडमिरल सुनील लांबा ने जानकारी दी कि हिंद महासागर में भारत की पकड़ मजबूत हैं। हिंद महासागर में चीन के 6 से 7 युध्दपोत हैं। यहां भारत चीन से मजबूत हैं। भारत की पहली परमाणु पनडुब्बी आइएनएस अरिहंत की पहली पेट्रोलिंग पूरी होने से हमारी रक्षा प्रणाली मजबूत हुई हैं।
एडमिरल सुनील लांबा ने कहा साल 2050 तक भारतीय नौसेना के पास 200 शिप और 500 एयरक्राफ्ट होगें जिसके साथ वह सुपर पावर बन जाएगी। सुनील लांबा ने कहा कि नौसेना देश के समुद्री इलाकों में दिन रात निगरानी कर रही हैं।