चौक टीम, जयपुर। पूरे देश भर में नीट यूजी परीक्षा में फर्जीवाडे को लेकर जो हंगामा मचा हुआ है। नीट परीक्षा फर्जीवाड़े के तार अब झालावाड़ से जुड़े हैं जहां झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के 10 छात्रों को दिल्ली और मुंबई क्राइम ब्रांच की टीम द्वारा हिरासत में लेने की जानकारी सामने आई है। वहीं नीट पेपर फर्जीवाड़ा केस में अलग-अलग राज्यों की पुलिस मामले की जांच कर रही हैं।
डमी कैंडिडेट के तौर पर दी परीक्षा
वहीं अब जानकारी के मुताबिक 8 छात्रों को पूछताछ के बाद जमानत पर छोड़ा गया है और 2 छात्र अभी भी जांच एजेंसियों की कस्टडी में है। इन छात्रों पर 15-15 लाख रुपये लेकर डमी कैंडिडेट बनकर परीक्षा देने का आरोप है जिनमें कुछ छात्राएं भी शामिल हैं। सभी छात्र राजस्थान के ही हैं और फर्स्ट ईयर से इंटर्नशिप तक के हैं। बताया जा रहा है कि 15 जून के आसपास झालावाड़ में मुंबई और दिल्ली की टीम ने गोपनीय तरीके से कार्रवाई की गई थी।
10 छात्रों को किया गिरफ्तार
दिल्ली और मुंबई पुलिस की ब्रांच टीम ने झालावाड़ मेडिकल कॉलेज के 10 छात्रों को नीट पेपर लीक मामले में गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार, पुलिस ने करीब 1 हफ्ते पहले गोपनीय तरीके से इस मामले में कार्रवाई की थी।
कॉलेज प्रशासन ने मामला छिपाया
झालावाड़ मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा इस मामले को लेकर लंबे समय तक कोई जानकारी साझा नहीं की गई। मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. सुभाष चंद्र जैन से जब इस मामले पूछा गया तो वह लगातार मामले को टालते रहे। मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों द्वारा मामले को छुपाया जाना भी अपने आप में कई तरह के सवाल खड़े कर रहा है।
बताते चलें कि नीट यूजी परीक्षा में फर्जीवाड़े के मामले में देशभर में कई जगह पर मुकदमे दर्ज हुए हैं। जिन पर अलग-अलग राज्यों की पुलिस कार्रवाई कर रही है। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर इस पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंपी गई है। इसके बाद लगातार पूरे देश में अलग-अलग जगह पर कार्रवाई हो रही है। NEET परीक्षा घोटाले में अब तक दर्जनों गिरफ्तारियां हो चुकी हैं।