चौक टीम जयपुर। राजस्थान वासियों के लिए वाहन से निकलने वाली नाइट्रोजन गैस अब खतरा बनती जा रही है. प्रदेश में जयपुर, जोधपुर, उदयपुर, कोटा और अलवर की तरह श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, बीकानेर, भरतपुर, चित्तौड़गढ़, धौलपुर व दौसा में भी हवा की गुणवत्ता खराब हुई है. इन शहरों में हवा में पीएम10 व पीएम 2.5 की मात्रा तय स्तर से कहीं अधिक पाई गई है। गर्मी में मार्च से मई के दौरान भी हवा खराब रही।
श्रीगंगानगर वायु प्रदूषण से सर्वाधिक प्रभावित
सबसे खराब हवा श्रीगंगानगर में दर्ज की गई. यहां पीएम 10 का स्तर 258 मिला. सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट ने जनवरी 2019 से मई 2023 के बीच विभिन्न शहरों में प्रदूषण पर रिपोर्ट तैयार की है. उसी में ये तथ्य सामने आए हैं. विशेषज्ञों के अनुसार हवा में नाइट्रोजन डाईऑक्साइड बनने का सीधा कारण वाहनों से निकलने वाला धुआं है. वाहनों की संख्या बढ़ने से यह प्रदूषण भी बढ़ रहा है।