अंकित तिवारी, जयपुर। राजस्थान की नई सरकार और उनके मुखिया सीएम भजनलाल शर्मा प्रदेश को निवेशस्थान बनाने के लिए कमर कस चुके है। इसके लिए 51 औद्योगिक प्रोजेक्टों के 3500 करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावों को मंजूरी दी गई है।
यह है राजस्थान की यूएसपी?
राजस्थान की औद्योगिक विकास के लिए यूएसपी, 90 हजार एकड़ के शांत औद्योगिक क्षेत्र, पचास हजार एकड़ विकसित औद्योगिक भूमि, 400 से अधिक औद्योगिक क्षेत्र, 2 सेज और जापानी जोन सहित विश्व की नामी कंपनियों को प्रदेश में औद्योगिक माहौल उपलब्ध करवाना है। यहां कुशल और सस्ता मानवश्रम के साथ सड़कों, रेल नेटवर्क का विस्तार और एयरपोर्ट की सुविधाओं के साथ सहयोगी नीतियां निवेश के उचित स्थान के रूप में साबित करती है।
राजस्थान में नए निवेश की रफ्तार हुई तेज
प्रमुख सचिव उद्योग और रीको चेयरमैन अजिताभ शर्मा का कहना है कि राजस्थान में नए निवेश की रफ्तार तेज करने की दिशा में काम जारी है। इसी सप्ताह दो घंटे की बैठक में 3500 करोड़ रुपए के प्रस्ताव मंजूरी दी गई है। टैक्सटाइल, ऑटोमोबाइल, स्टोन सेक्टर, कृषि आधारित उद्योग, स्टील और एफएमसीजी से जुड़ी 51 औद्योगिक इकाईयों को राजस्थान इंडस्ट्रीयल प्रमोशन स्कीम -2022 के तहत रियायतें प्रदान की गई है। इसमें खास ग्रीन इनिशिएटिव के तहत राहत और रियायतों के प्रावधानों को शामिल करना है। ऐसे में प्रोजेक्टों में ऊर्जा उत्पादन के नवीन विकल्पों, हाईड्रोजन एनर्जी और मेडिकल डिवाइस निर्माता कंपनियां शामिल है।
रिप्स 2022 के तहत दी गई है अहम रियायतें
प्रदेश में नया निवेश करने वाली 51 कंपनियों को प्रदेश सरकार की ओर से अहम रियायतें भी दी गई है। इसका मकसद नए निवेश को बढ़ाना और रोजगार अवसरों में इजाफा करना है। 3500 करोड़ रुपए का निवेश करने वाली फर्मो को स्टांप ड्यूटी, एसजीएसटी में राहत, इंटरेस्ट और कैपिटल सब्सिडी, इलेक्ट्रिसिटी ड्यूटी सहित अन्य इंसेंटिव प्रदान किए जाएगें
CM भजनलाल शर्मा ने दिए हैं स्पष्ट निर्देश
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने निवेश प्रस्तावों और औद्योगिक विकास से जुड़ी पूरी टीम को स्पष्ट निर्देश दिए है कि राजस्थान को औद्योगिक स्थान बनाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाए। नए निवेश प्रस्तावों को प्रदेश हित में गंभीरता से पूरा करें साथ ही पहले से निवेश कर चुके उद्यमियों की समस्याओं की सुनवाई तुरंत हो। पुराने निवेशकों की परेशानी भी तुरंत प्रभाव से दूर की जाए। उद्योग मंत्री राज्यवर्द्वन सिंह भी पूरी गंभीरता के साथ प्रदेश को निवेशस्थान बनाने की दिशा में काम कर रहे है।