चौक टीम, जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को एनडीए की महत्वपूर्ण बैठक हुई। पीएम आवास, 7 लोक कल्याण मार्ग पर हुई बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बिहार के मुख्यमंत्री एवं जेडीयू नेता नीतीश कुमार और टीडीपी मुखिया चंद्रबाबू नायडू सहित एनडीए में शामिल अन्य सहयोगी दलों के भी कई नेता मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि एनडीए की बैठक में मौजूद सभी दलों के नेताओं ने जीत के लिए प्रधानमंत्री मोदी को बधाई देते हुए उनके नेतृत्व में आस्था भी व्यक्त की। मीटिंग में बोले नीतीश- जल्दी बनाओ सरकारबैठक में नीतीश कुमार ने कहा कि सरकार का गठन जल्दी होना चाहिए।
इसके अलावा नरेंद्र मोदी के समर्थन में प्रस्ताव भी पारित किया गया। इस प्रस्ताव में कहा गया, ‘नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में हम सभी लोगों ने चुनाव लड़ा था और हम विजयी रहे हैं। सभी ने देश को बीते 10 सालों में तेजी से विकसित होते हुए देखा है। हमारा उनके नेतृत्व पर भरोसा है। उनके नेतृत्व में ही एनडीए को एक बार फिर से बहुमत हासिल हुआ है।’ इस प्रस्ताव पर भाजपा से जेपी नड्डा, अमित शाह और राजनाथ सिंह समेत एनडीए के कुल 24 नेताओं के साइन किए गए हैं।
एनडीए का नेता पीएम मोदी को माने जाने के प्रस्ताव पर जेपी नड्डा, राजनाथ सिंह, अमित शाह, चंद्रबाबू नायडू, जेडीयू प्रमुख नीतीश कुमार, महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे, जेडीएस प्रमुख एचडी कुमारस्वामी, चिराग पासवान, जीतनराम मांझी, पवन कल्याण, सुनील टटकरे, अनुप्रिया पटेल, जयंत चौधरी, प्रफुल्ल पटेल, प्रमोद बोरो, अतुल बोरा, इंदिरा हंग सुबका, सुदेश महतो, राजीव रंजन सिंह, संजय झा ने हस्ताक्षर किए।
सूत्रों के मुताबिक, एनडीए के नेता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में फिर से सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। बताया जा रहा है कि, एनडीए की नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह 8 जून को हो सकता है। 7 जून को भाजपा संसदीय दल की बैठक में पार्टी सांसद नरेंद्र मोदी को पार्टी के संसदीय दल के नेता के तौर पर चुनेंगे। इसके बाद एनडीए के सभी सांसदों की बैठक होगी, जिसमें नरेंद्र मोदी को एनडीए संसदीय दल का नेता चुना जाएगा। इसके अगले दिन, 8 जून को नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे।
इससे पहले, बुधवार को ही प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में पीएम आवास पर हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में वर्तमान लोकसभा (17वीं लोकसभा) को भंग करने की सिफारिश को मंजूरी दी गई थी। पीएम आवास पर कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठक के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात की। पीएम मोदी ने राष्ट्रपति को अपना और अपने मंत्रिपरिषद का इस्तीफा सौंपा। राष्ट्रपति मुर्मू ने पीएम मोदी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और नई सरकार के कार्यभार संभालने तक उनसे पद पर बने रहने का अनुरोध किया है।