राजस्थान में बिजली संकट गहरा गया है. जिसके कारण विद्युत की मांग पीक पर है. बिजली कंपनियों के उत्पादन के मुकाबले 4000 मेगा वाट कम आपूर्ति हो रही है। राजस्थान में इस वक्त मांग 1650 मेगावाट प्रतिदिन पहुंच चुकी है। राजस्थान विद्युत उत्पादन निगम के संयंत्रों से पर्याप्त बिजली उत्पादन नहीं होने का असर आपूर्ति पर है।
बिजली कटौती का सिड्यूल जारी
राजस्थान ऊर्जा विकास निगम ने गहराए बिजली संकट के बीच बिजली कटौती का शेड्यूल जारी किया है। राजस्थान में मोटे तौर पर 5 घंटे घोषित बिजली कटौती रहेगी। सुबह और शाम तीन अलग-अलग सिड्यूल जारी किया गया है। जिनमें बिजली कटौती की जाएगी राजस्थान के सभी गांवों और छोटे कस्बों में सुबह 6:30 बजे से लेकर 7:30 बजे तक बिजली कटौती होगी।
जिला मुख्यालयों और शहरों में बिजली कटौती सुबह 7:30 से 8:30 बजे तक होगी जिला मुख्यालयों और संभागीय स्तर पर भी बिजली कटौती का शेड्यूल जारी किया गया है।
सीएम की बैठक के बाद फैसला
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अहम बैठक के बाद उद्योगों की बिजली कटौती के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी गई है। राजस्थान के सभी औद्योगिक क्षेत्रों जिनमें जापानी इन्वेस्टमेंट क्षेत्र भी शामिल है वहां शाम 5:00 बजे से लेकर रात 8:00 बजे तक बिजली कटौती की जाएगी। राजस्थान ऊर्जा विकास निगम की ओर से जारी शेड्यूल में आवश्यक सेवाओं खासतौर पर जिला अस्पतालों निजी अस्पतालों और ब्लड बैंकों सहित जीवन रक्षक उपकरणों से जुड़ी कंपनियों में बिजली कटौती नहीं की जाएगी।
यह है कटौती का कारण
राजस्थान की बिजली उत्पादन कंपनियों को कोयला मिलने में देरी और कोयले की क्वालिटी कमजोर होने के चलते उत्पादन और संयंत्रों पर पड़े असर से उत्पादन कमजोर रहा है। साथ ही रबी सीजन में बिजली की मांग सिंचाई के चलते बढ़ी हुई है। कृषि कनेक्शन में सर्वाधिक विद्युत लोड है ऐसे में बिजली कटौती का निर्णय लिया गया है।
विपक्ष हमलावर
राजस्थान में बिजली कटौती का दौर शुरू होते ही विपक्ष ने सरकार पर निशाना लगाना शुरू कर दिया है। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा का कहना है की भारत जोड़ो यात्रा के तुरंत बाद सरकार की हकीकत जनता के सामने है। बिजली की मांग जिस वक्त किसानों को सबसे अधिक है उस वक्त कटौती की जा रही है विपक्ष के बयानों के इतर बिजली कंपनियों का कहना है कि कटौती की गई बिजली की सप्लाई किसानों को होगी।
इस समय रहेगी बिजली कटौती
गांवों/छोटे क़स्बों में सुबह 6.30 से 7.30 बजे तक
बड़े कस्बों, ज़िला मुख्यालय सहित बड़े शहरों में सुबह 7.30 से 8.30 बजे तक
औद्योगिक क्षेत्र और जापानी इन्वेस्टमेंट क्षेत्र में शाम 5 बजे से रात 8 बजे तक होगी