शरद पुरोहित, जयपुर। राजस्थान में 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए माहौल गरमा गया है। पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने अपने एक बयान में किरोड़ी लाल मीणा को “साढ़ू” बताया था, जिस पर किरोड़ी मीणा ने पलटवार करते हुए कहा कि “कबाड़े खुल गए तो साढ़ूपना भूल जाएंगे।” इस बयान से दोनों नेताओं के बीच कटाक्ष का दौर शुरू हो गया है, जो उपचुनाव के प्रचार में एक नया रंग भर रहा है।
किरोड़ी लाल मीणा का करारा जवाब
गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर किरोड़ी मीणा ने अपने अंदाज में जवाब दिया। उन्होंने कहा कि डोटासरा के पास उनके खिलाफ कई “कबाड़े” रखे हैं और जैसे ही वे सामने आएंगे, “साढ़ूपना” की बात खत्म हो जाएगी। डोटासरा ने इस पर कटाक्ष किया कि किरोड़ी मीणा मुख्यमंत्री को हटाने की बात कर रहे हैं, इसलिए वे एक तरह से “साढ़ू” हो गए हैं।
पायलट और गहलोत एकजुट
डोटासरा ने कहा कि अशोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों एक ही मंच पर हैं और साथ ही चुनाव प्रचार कर रहे हैं। उन्होंने संकेत दिया कि दोनों नेताओं में एकता है और वे मिलकर बीजेपी का मुकाबला करने के लिए तैयार हैं।
बीजेपी पर डोटासरा का हमला
डोटासरा ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान “कटोगे तो बटोगे” पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी सिर्फ सांप्रदायिकता और धार्मिक उन्माद फैलाने की राजनीति कर रही है, जो ज्यादा दिन तक नहीं चलेगी।
देवली उनियारा सीट पर कांग्रेस बागियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
डोटासरा ने देवली उनियारा सीट से बागी उम्मीदवार नरेश मीणा के खिलाफ सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि जैसे ही जिला या ब्लॉक कांग्रेस कमेटी से नरेश मीणा के खिलाफ प्रस्ताव आएगा, 30 मिनट के अंदर कार्रवाई की जाएगी।
चुनाव में क्या है दांव पर?
इस बार राजस्थान के उपचुनाव में 7 सीटों पर मतदान होना है, जहां 13 नवंबर को वोटिंग होगी।