चौक टीम , जयपुर। बिपरजॉय ने राजस्थान में 16 से 20 जून तक जमकर तबाही मचाई। पिछले दो दिन से बारिश का दौर थम चुका है लेकिन अब प्रदेश में फिर से प्री-मानसून एक्टिव हो रहा है। इसका असर गुरुवार देर शाम या शुक्रवार से शुरू हो जाएगा।
बताया जा रहा है कि इस बार प्री मानसून की एंट्री भरतपुर और कोटा संभाग से होगी। यहां के झालावाड़, बूंदी, सवाई माधोपुर और दौसा जिले में बादल गर्जन के साथ हल्की मध्यम बारिश हो सकती है। इसके साथ ही 30 से 40 KM की स्पीड से हवाएं भी चलेगी।
40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंचा तापमान
चक्रवात के कारण एक तरफ आधा राजस्थान बाढ़-बारिश झेल रहा है। वहीं, दूसरी और उत्तरी राजस्थान के जिलों के लोग गर्मी-उमस से परेशान है। कई जगहों का यहां दिन का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर पहुंच गया है।
लेकिन, पश्चिमी राजस्थान में आगामी चार-पांच दिन अधिकांश स्थानों पर मौसम शुष्क रहेगा। यहां के जिलों में गर्मी और उमस का असर बढ़ेगा। यहां 27-28 जून से बारिश की गतिविधियों में कुछ स्थानों पर बढ़ोतरी होने की संभावना है।
पश्चिमी राजस्थान के जोधपुर, बीकानेर संभाग के अलावा अजमेर और जयपुर संभाग के जिलों में गर्मी के साथ तेज उमस रहेगी। गंगानगर में कल दिन का अधिकतम तापमान 43.7 डिग्री सेल्सियस तक आ गया। सूरज की तपन के साथ यहां उमस भी खूब रही। यही स्थिति बीकानेर, चुरू, हनुमानगढ़ में रही।
चूरू में बुधवार को अधिकतम तापमान 40.8 डिग्री सेल्सियस रहा। बीकानेर में अधिकतम तापमान 40.2 और हनुमानगढ़ में 42.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। इन शहरों में भी लोग उमस से परेशान रहे।
एक बार फिर से मानसून की तैयारी
मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक राधेश्याम शर्मा ने बताया कि 22 और 23 जून को राजस्थान में मौसम शुष्क रहने का अनुमान है। कुछ स्थानों पर लोकल एरिया में बादल छाने के साथ से हल्की बारिश या बूंदाबांदी हो सकती है।
24 जून से एक बार फिर बारिश का दौर शुरू होगा। मौसम की स्थिति देखे तो भरतपुर संभाग में प्री-मानसून की बारिश गुरुवार देर शाम या शुक्रवार से शुरू हो जाएगी।