राजस्थान के लिए बड़ी सौगात आने वाली है। राज्य में 9 नए ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे बनाए जाने की योजना पर काम शुरू हो चुका है। पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) इस वित्तीय वर्ष में 8 एक्सप्रेसवे प्रोजेक्ट्स की डीपीआर (डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट) तैयार कर रहा है। दिसंबर के मध्य से डीपीआर तैयार करने का काम शुरू होने की उम्मीद है।
डीपीआर के लिए मंजूरी और बजट
पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों के मुताबिक, डीपीआर तैयार करने के लिए 30 करोड़ रुपये का बजट मंजूर किया गया है। फिलहाल डीपीआर के लिए बोलियां खुल चुकी हैं, और ठेकेदार दिसंबर मध्य तक काम शुरू करेंगे। इस प्रक्रिया को पूरा करने में 8 से 12 महीने लग सकते हैं।
वित्त मंत्री की घोषणा और विज़न 2047
राजस्थान की वित्त मंत्री दीया कुमारी ने अपने बजट भाषण में 2,756 किलोमीटर लंबाई के 9 ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे की घोषणा की थी। इनमें से पांच एक्सप्रेसवे को 2030 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। ये परियोजनाएं भाजपा सरकार के ‘विज़न 2047’ का हिस्सा हैं।
कौन-कौन से एक्सप्रेसवे बनेंगे?
- जयपुर-जोधपुर-पचपदरा एक्सप्रेसवे
- कोटपूतली-किशनगढ़ एक्सप्रेसवे
- जयपुर-भीलवाड़ा एक्सप्रेसवे
- बीकानेर-कोटपूतली एक्सप्रेसवे
- ब्यावर-भरतपुर एक्सप्रेसवे
इनमें से कुछ एक्सप्रेसवे की डीपीआर एनएचआई (नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया) द्वारा तैयार की जा रही है।
भूमि अधिग्रहण और निर्माण का प्लान
इन परियोजनाओं के लिए बड़ी मात्रा में भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता होगी। पीडब्ल्यूडी ने सभी डीपीआर को एक साथ तैयार करने का निर्णय लिया है ताकि भूमि अधिग्रहण और निर्माण प्रक्रिया में तेजी लाई जा सके।
कनेक्टिविटी में सुधार का लक्ष्य
इन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे का उद्देश्य राजस्थान के भीतर और उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, गुजरात और दिल्ली जैसे पड़ोसी राज्यों के साथ हाई-स्पीड कनेक्टिविटी को बेहतर बनाना है। इससे न केवल परिवहन सुविधाओं में सुधार होगा, बल्कि आर्थिक विकास को भी बढ़ावा मिलेगा।