RAJASTHAN : जयपुर पिछड़ रहा है, क्योंकि यहां 3-3 मंत्री, 6-6 विधायक, धारीवाल बोले- मैं भी कुछ नहीं कर सका, आपसी विवाद में काम अटक जाते हैं

चौक टीम,जयपुर। स्वायत्त शासन मंत्री मंत्री शांति धारीवाल उदयपुर दौरे पर थे। यहां 180 करोड़ की लागत से सीवरेज प्रोजेक्ट को लेकर रेती स्टैंड स्थित आवरी माता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सभागार में समारोह का आयोजन किया गया था। सुबह करीब 11:30 बजे वे उदयपुर पहुंचे थे।

वही, धारीवाल ने स्मार्ट सिटी मिशन में पिछड़ रहे जयपुर शहर के कारणों को लेकर बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि यहां तीन-तीन मंत्री और छह-छह विधायक है और, ये ही सबसे बड़ी समस्या है।

धारीवाल बोले -मंत्री,विधायक न होते तो काम समय पर पूरे हो जाते

यहां आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मंत्री धारीवाल ने कहा- हर कार्य की मॉनिटरिंग जरूरी है। उन्होंने कहा कि जयपुर बहुत बड़ा शहर है लेकिन जयपुर पिछड़ रहा है। प्रदेश में स्मार्ट सिटी में चार शहर कोटा, अजमेर, जयपुर व उदयपुर लिए गए है लेकिन सबसे ज्यादा पिछड़ा हुआ काम जयपुर का है।

उन्होंने कहा कि मै वहीं का हूं लेकिन मै कुछ नहीं कर सका। वहां तीन-तीन मंत्री, छह-छह विधायक है। यही सबसे बड़ी प्रॉब्लम है। अगर न मंत्री होते न विधायक होते तो काम समय पर पूरे हो जाते हैं।

धारीवाल ने हंसते हुए चुटकी लेकर कहा कि उन मंत्री-विधायकों के आपसी विवाद जो पैदा हो जाते है, इसलिए काम अटक जाते है। वो कहता है कि यह योजना लाओ, वो कहता यह योजना लाओ, इसको बदलो, इसको करो, इसको करो उसी में मामला उलझता जाता है। फैसला करने वाला एक व्यक्ति हो और उसका आदेश चलता हो तो निश्वित तौर पर वह काम भी समय पर पूरा होता है।

कॉर्डिनेशन की वजह से आती है समस्या- धारीवाल

धारीवाल के इस बयान के बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत की। उनके इन बयान को लेकर जब सवाल किया गया तो वे बोले- कई बार आपस में काॅर्डिनेशन नहीं होने की वजह से यह समस्या होती है। जयपुर ही नहीं जहां-जहां कॉर्डिनेशन नहीं होगा वहां पर योजनाएं पिछड़ेगी। जयपुर इसलिए पिछड़ रहा है कि बात को बैठकर कोई तय ही नहीं किया जाता है। इसलिए मुझे दु:ख होता इस बात का।

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लेखक परिचय

Ankit Tiwari
Ankit Tiwarihttp://rajasthanchowk.com/
वर्ष 2003 से पत्रकारिता में। बिजनेस रिपोर्टिंग, उपभोक्ता अधिकारो, आम आदमी से जुड़े पहलुओं, उद्योग, ऑटोमोबाइल, टेलीकॉम, टैक्स, ऊर्जा, बैंकिंग और कृषि सेक्‍टर पर विशेष पकड़।बिजनेस सेमीनार, बड़े आयोजनों सहित बहुजनहिताय के मुद्दों पर रिपोर्टिंग।
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