चौक टीम, जयपुर। प्रदेश में हुए विधानसभा चुनावों के बाद से भाजपा के दिग्गज नेता राजेन्द्र राठौड़ लगातार सोशल मीडिया पर सुर्खियों में बने हुए हैं। विधानसभा चुनाव में हारने के बावजूद सोशल मीडिया की अगर बात करें तो राजेन्द्र राठौड़ हमेशा चर्चा में बने रहते है। पहले लोकसभा चुनावों में राहुल कस्वां के साथ बयानबाजी हो या अपने चिर प्रतिद्वंद्वी गोविन्द सिंह डोटासरा के साथ उनकी नोंक-झोंक राठौड़ हर बार सोशल मीडिया संशेसन बने रहे हैं।
यहां से शुरू हुआ है विवाद
ताजा मामला गत मंगलवार को जयपुर में भाजपा सदस्यता अभियान की बैठक से जुड़ा है। इस बैठक में राठौड़ के बीच में ही बिना बताए चले जाने पर प्रदेश प्रभारी राधा मोहन दास ने अपने भाषण में पूछा- ‘राजेंद्र राठौड़ कहां चले गए? मैं सब पर नजर रखता हूं। इस बहाने उनकी अटेंडेंस भी लग गई। उनसे पूछा जाना चाहिए कि किस कारण से उन्हें बैठक छोड़कर जाना पड़ा?’ यहां तक तो फिर ये पार्टी का अंदरूनी मामला था लेकिन इस प्रकरण को लेकर गोविन्दसिंह डोटासरा की टिप्पणी ने इसे स्वाभीमान से जुड़ा मामला बना दिया।
अब सोशल मीडिया यूजर्स ने भी अपने चहेते नेता के लिए पार्टी संगठन और राधामोहन दास के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। हालांकि इस मामले में आज शाम सात बजे से सोशल मीडिया में एक ट्रेंड #राठौड़_नहीं_तो_भाजपा_नहीं चलाने का आह्वान भी किया गया है। लेकिन अभी से ही राजेन्द्र राठौड़ सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगे हैं।
राजेन्द्र राठौड़ ने संगठन के प्रति जताया विश्वास
वहीं इसके बाद राजेन्द्र राठौड़ ने अपने एक्स हैंडल पर सोशल मीडिया पर जो ट्रैंड चलाया जा रहा है उसका विरोध किया है। राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि, “सोशल मीडिया कुछ लोग मेरे और भाजपा संगठन के प्रति भ्रम फैलाकर अनर्गल ट्रेंड चला रहे हैं जिसका मैं विरोध करता हूं। मैंने अपना पूरा राजनीतिक जीवन भाजपा संगठन के लिए समर्पित किया है और भविष्य में भी एक कार्यकर्ता के रुप में संगठन को मजबूती देने के लिए अनवरत कार्यरत रहूंगा। मेरी सभी समर्थकों और कार्यकर्ताओं से अपील है कि सोशल मीडिया पर अनर्गल टिप्पणियां ना करें। भाजपा है तो हम हैं।”
डोटासरा ने साधा था निशाना
बता दें कल एक कार्यक्रम में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने राजेंद्र राठौड़ को लेकर कहा था कि, ‘भाजपा के कार्यक्रम में राजेन्द्र राठौड़ जैसे वरिष्ठ नेताओं का अपमान किया जा रहा है। उनकी हाजिरी भरी जा रही है। ये सही बात नहीं है। आज भाजपा की मीटिंग में मंत्री विधायक और सांसद थोड़े बहुत आए तो हैं। आने वाले दिनों में यह संख्या भी नजर नहीं आएगी।’