चौक टीम, जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने हाल के दिनों में वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप बोर्ड के गठन की मंजूरी प्रदान की थी लेकिन, राजपूत संगठन के नेता नामकरण से नाखुश दिखे. इस बोर्ड का नामकरण वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप क्षत्रिय विकास बोर्ड किये जाने के संबंध में आज यानि 28 जून को राजपूत समाज के सभी अग्रज संगठनों की बैठक राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंन्द्र राठौड़ के सानिध्य में पर्यटन भवन जयपुर में आयोजित की गयी.
नामकरण को लेकर एक स्वर हुए राजपूत संगठन
इस मौके पर बोर्ड के नामकरण को लेकर सभी राजपूत संगठनों ने एकजुट होकर एक स्वर में सीएम गहलोत से मांग की है कि वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप बोर्ड का नामकरण वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप क्षत्रिय विकास बोर्ड करने व इसके वर्तमान उद्देश्य का दायरा अन्य सामाजिक बोर्डों की तर्ज पर बढ़ाते हुए क्षत्रिय समाज के विकास एवं कल्याण हेतु विशेष कोष दिया जाए. जिससे राजपूत समाज का भी विकास अन्य समाजों की भांति हो सके.
आरटीडीसी अध्यक्ष राठौड़ को सौपे ज्ञापन
इस अवसर पर सभी राजपूत संगठनों ने अपने-अपने संस्था के ज्ञापन राजस्थान पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष राठौड़ को सौंपे. जिस पर कार्यवाही करते हुए निगम अध्यक्ष धर्मेन्द्र राठौड़ ने तत्काल सीएम गहलोत को पत्र लिखकर वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप बोर्ड का नामकरण वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप क्षत्रिय विकास बोर्ड करने व इसके वर्तमान उद्देश्य का दायरा अन्य सामाजिक बोर्डों की भांति बढ़ाने का निवेदन किया.
ये रहे मौजूद
जिसमें श्री राजपूत सभा जयपुर के महामंत्री बलबीर सिंह हाथोज, श्री क्षात्र पुरुषार्थ फाउंडेशन के संयोजक यशवर्धन सिंह झेरली, श्री राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना के अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी, श्री राजपूत करनी सेना के अध्यक्ष महिपाल सिंह मकराना, पूर्व विधायक रणवीर सिंह गुढा, युवा नेता दुर्ग सिंह चौहान खींवसर, एडवोकेट करण राठौड़, शौर्य फाउंडेशन प्रमुख भीम सिंह पीलीबंगा, तेज सिंह राठौड़, डॉ. संजय सिंह, कर्नल सुरजपाल सिंह शेखावत, महावीर सिंह करड़ सहित विभिन्न संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.