राजस्थान में पीरियड्स के दौरान महिलाओं को नहीं जाना पड़ेगा ऑफिस!

जयपुर। राजस्थान राज्य समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष डॉ. अर्चना शर्मा की अध्यक्षता में शुक्रवार को राजस्थान राज्य समाज कल्याण बोर्ड की द्वितीय साधारण सभा का आयोजन सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग के अंबेडकर भवन स्थित सभागार में हुआ। जिसमें विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं के संचालन को मंजूरी दी गई।

9 प्रस्तावों की अनुशंषा

साधारण सभा की बैठक में 9 प्रस्तावों की अनुशंषा की गई। जिसमें गुड टच- बैड टच कार्यशाला, महिलाओं के मासिक धर्म के दौरान वर्क फ्राम होम के प्रावधान ,परिवार परामर्श केन्द्र, वृद्धाश्रम संचालन, यशोदा पालना गृह योजना, अन्तर्राष्ट्रीय भाषा शिक्षण केन्द्र की स्थापना जैसे प्रस्ताव प्रशासनिक विभाग के माध्यम से राज्य सरकार को भिजवाए जाने का निर्णय लिया गया।

बैठक में अर्चना शर्मा ने कहा कि बोर्ड का गठन राज्य में विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं, महिला एवं बच्चों के कल्याण एवं उत्थान के लिए प्रभावी नीति का निर्धारण एवं उनके सामाजिक कल्याण के लिए विभिन्न योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के उद्देश्य से किया गया है। इसको लेकर बोर्ड की ओर से सुझाव दिए जाते रहे हैं।

लगेंगे जागरूकता कैंप

बैठक में शर्मा ने कहा कि बच्चों के साथ बढ़ते यौन अपराधों में कमी लाने के उद्देश्य से राज्य में संचालित सभी कॉलेजों, विद्यालयों में राज्य स्तर, जिला स्तर एवं पंचायत समिति स्तर पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। जिसमें उन्हें गुड टच -बैड टच एवं अन्य कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी जाएगी।

यशोदा पालना गृह का होगा संचालन

शर्मा ने बताया कि बोर्ड की ओर से यशोदा पालनागृह योजना का भी संचालन किये जाने का प्रस्ताव है। जिसके तहत 6 माह से 6 वर्ष तक के आयु वर्ग के बच्चों की देखभाल के साथ-साथ बच्चों के शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए शिक्षापूरक मनोरंजन एवं पोषाहार की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। विभिन्न अन्तर्राष्ट्रीय भाषाओं को सिखाने के लिए अन्तर्राष्ट्रीय भाषा शिक्षण केन्द्र की स्थापना की जानी प्रस्तावित है। केन्द्र के माध्यम से भाषा सीखकर युवाओं को रोजगार प्राप्त होगा। इनके अतिरिक्त राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं के प्रचार-प्रसार के लिए राज्य स्तरीय व जिला स्तरीय सेमीनार्स का आयोजन, नशा मुक्ति कार्यक्रम, वृद्ध एवं अशक्त गृह (वृद्धाश्रम) का संचालन समाज कल्याण बोर्ड द्वारा किया जाना तथा महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान राज्य सेवा नियमों में महिला कार्मिकों के लिए वर्क फ्रोम होम का प्रावधान का प्रावधान किया जाए। बैठक में बोर्ड उपाध्यक्ष मीनाक्षी चंद्रावत, सदस्य श्रद्वा आर्य, आस्था अग्रवाल, हुकुम मीणा, सीमा चौरडिया, डॉ. चन्द्रीका, तारा बेनीवाल, भावना सेनी, एवं अन्य सदस्य मौजूद रहे।

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Dr Sharad Purohit
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शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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