चौक टीम, जयपुर। देशभर के कई राज्यों में इस समय भीषण गर्मी पड़ रही है। हीटवेव की चपेट में आकर लोगों की जान जा रही है। आसमान से उगलती आग के बीच पारा 50 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच चुका है। इस बीच कुछ राज्यों में छिटपुट बारिश भी हुई, लेकिन उससे भी राहत नहीं मिली। मौसम विभाग की भविष्यवाणी भी अभी लू से राहत की ओर इशारा नहीं कर रही है। जून से पहले सप्ताह तक लोगों को इस झुलसाती गर्मी का सामना करना पड़ेगा। उसके बाद ही कहीं जाकर कुछ राहत मिलने की उम्मीद है।
वहीं, राजस्थान की भीषण गर्मी इंसानों के साथ-साथ भीमकाय जानवरों को भी पस्त कर रही है। शुक्रवार को आमेर में एक हथिनी गर्मी के कारण गश खाकर गिर पड़ी। बीते एक पखवाड़े से राजस्थान में तापमान लगातार बढ़ता जा रहा है। राजधानी जयपुर में बीते 24 घंटों में अधिकतम पारा 45 डिग्री दर्ज किया गया लेकिन अब पाकिस्तान के पास सक्रिय नए पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर देखने को मिलेगा।
अगले दो दिनों में यहां हो सकती है बारिश
अगले दो दिनों में जयपुर, भरतपुर और बीकानेर संभाग में हल्की और मध्यम स्तर की बारिश हो सकती है, जिससे तापमान में 3 डिग्री तक की कमी आ सकती है। मौसम विभाग की ओर से शनिवार सुबह जारी बुलेटिन के मुताबिक आज जयपुर, अलवर, दौसा, सवाई माधोपुर और झुंझुनू में हल्की बारिश होने का अनुमान है।
राजस्थान में तापमान में गिरावट
वहीं राजस्थान में आज गर्मी से आंशिक राहत मिली. अधिकांश स्थानों पर एक से तीन डिग्री सेल्सियस तक तापमान में कमी आई। शुक्रवार को करौली में सबसे ज्यादा 47.6 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. श्रीगंगानगर में 47.3 डिग्री सेल्सियस, टोंक वनस्थली में 46.6 डिग्री सेल्सियस, अलवर में 46.5 डिग्री सेल्सियस, पिलानी में 46.5 डिग्री सेल्सियस, धौलपुर में 46.4 डिग्री सेल्सियस और चूरू में 46. 2 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। वहीं राजधानी जयपुर में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
राजस्थान में हीटवेव से 5 लोगों की मौत
राजस्थान सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, हीट स्ट्रोक से अब तक नौ लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं 31 मई तक कुल 4,911 हीट स्ट्रोक के मरीज अस्पताल पहुंचे हैं। जयपुर स्थित भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के वैज्ञानिक हिमांशु शर्मा ने बताया कि आने वाले दिनों में राजस्थान में लू से राहत मिलेगी। अगले 48 घंटों में अधिकतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने की संभावना है। पश्चिमी विक्षोभ के कारण पूर्वी-पश्चिमी राजस्थान के उत्तरी जिलों में आंधी आने की भी संभावना है।