अंकित तिवारी, जयपुर। राजस्थान की सरकार राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवसेटमेंट समिट में हुए एमओयू को धरातल पर उतार रही है। इसके लिए उद्योग विभाग और रीको अहम भूमिका निभाने की तैयारी में है। समिट में हुए तीन कंपनियों के 350 करोड़ रूपये के एमओयू में औद्योगिक ईकाई लगाने का काम ागे बढ़ गया है। समिट में हुए तीन कंपनियों के 350 करोड़ रूपये के एमओयू में भूखंड आवंटन प्राथमिकता आधार पर किया गया।
तीन कंपनियों ने शुरू किया इंडस्ट्री बनाने का काम
राइजिंग राजस्थान में तीन कम्पनियों जिनमें इंडियन एक्सप्लोसिव्स प्राइवेट लिमिटेड, सनकाइंड फोटोवॉल्टेक्स प्राइवेट लिमिटेड और स्टेनवैक (सुपेरॉन ग्रुप) शामिल है, यह राजस्थान में 350 करोड़ रूपये का निवेश करेंगी। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट-2024 में निष्पादित किए गए एमओयू एक के बाद एक धरातल पर उतर रहे हैं। रीको द्वारा तीन और कम्पनियों इंडियन एक्सप्लोसिव्स प्राइवेट लिमिटेड, सनकाइंड फोटोवॉल्टेक्स प्राइवेट लिमिटेड और स्टेनवैक (सुपेरॉन ग्रुप) को औद्योगिक इकाई लगाने के लिए भूखण्ड आवंटित कर दिए गए हैं। इनमें इंडियन एक्सप्लोसिव्स प्राइवेट लिमिटेड को भीलवाड़ा जिले के उखलिया औद्योगिक क्षेत्र, सनकाइंड फोटोवॉल्टेक्स प्राइवेट लिमिटेड को माथासुला औद्योगिक क्षेत्र, जयपुर एवं स्टेनवैक (सुपेरॉन ग्रुप) को सालरपुर औद्योगिक क्षेत्र, सनकाइंड फोटोवॉल्टेक्स प्राइवेट लिमिटेड को आवंटित भूखण्ड भिवाड़ी में भूमि उपलब्ध करवाई गई है।
पहले वर्ष में ही अधिकतर निवेश प्रस्ताव पकड़ेंगे गति
रीको के प्रबंध निदेशक इंद्रजीत सिंह ने बताया कि सीएम भजनलाल शर्मा की मंशा थी कि जो ईकाईयां निवेश प्रस्तावों पर तुरंत प्रभाव से काम करने के लिए तैयार है, उनको प्राथमिकता से सुगम सिंगल विंडो सिस्टम का अहसास कर निवेश को जमीन पर उतारा जाए। राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट-2024 में कई बड़ी कम्पनियों ने राजस्थान में अपनी औद्योगिक इकाई लगाने के लिए एमओयू किए जो उनका राज्य सरकार एवं यहां की औद्योगिक नीतियों के प्रति अटूट विश्वास दर्शाता है। इसी विश्वास पर खरा उतरने के लिए रीको प्रयासरत है। हाल ही रीको ने इंजीनियरिंग, ग्रीन टेक सेक्टर एवं खनन क्षेत्र की तीन अग्रणी कम्पनियों को भूखण्ड आवंटित किए हैं। ये तीनों क्षेत्र ही ऐसे हैं जो राज्य ही नहीं देश के आर्थिक विकास के लिए भी मजबूत स्तम्भ साबित हो रहे हैं। जिन कम्पनियों ने एमओयू किए हैं, उन्हें भूखण्ड आवंटन हेतु रीको कटिबद्ध है।
रीको की आसान भूखंड आवंटन प्रक्रिया
राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट 2024 के दौरान इन तीनों कम्पनियों के प्रतिनिधियों ने राज्य में निवेश करने में रूचि दिखाते हुए राज्य सरकार के साथ एमओयू किए थे। एमओयू के पश्चात् रीको ने भूमि आवंटन से लेकर परियोजना की शुरुआत तक, सभी प्रक्रियाओं को कम्पनियों के लिए बहुत आसान बनाया। भूखण्ड उपलब्ध होने के साथ ही कम्पनियों द्वारा जल्द ही औद्योगिक इकाई के परिचालन का कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
जल्द ही कंपनियों में काम होगा शुरू
इंडियन एक्सप्लोसिव्स प्राइवेट लिमिटेड (ऑस्ट्रेलियाई बहुराष्ट्रीय कम्पनी ORICA की भारतीय सहायक कंपनी) को वेदांता की खदानों के पास ही भूमि की आवश्यकता होने के कारण भीलवाड़ा जिले के उखलिया औद्योगिक क्षेत्र में भूखण्ड आवंटन किया गया है। इंडियन एक्सप्लोसिव्स प्राइवेट लिमिटेड रूपये 50 करोड़ के चरणबद्ध निवेश एवं 10 एकड़ भूमि पर अपनी परिचालन प्रक्रिया शुरू करके रोजगार के नए अवसर उत्पन्न करेगी जो स्थानीय अर्थव्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान होगा। इस नई इकाई का लक्ष्य राजस्थान में नॉइज टेक्नोलॉजी पर आधारित प्लांट के निर्माण पर होगा। यह तकनीक विशेष रूप से खनन सहित कई औद्योगिक अनुप्रयोगों के लिए आवश्यक है। कम्पनी विस्फोटकों, ब्लास्टिंग सिस्टम, खनन रसायनों और भू-तकनीकी निगरानी समाधानों की विश्व में अग्रणी निर्माता और आपूर्तिकर्ता है। ग्रीन टेक सेक्टर की कंपनी सनकाइंड फोटोवॉल्टेक्स प्राइवेट लिमिटेड माथासुला औद्योगिक क्षेत्र, जयपुर में 10 एकड़ भूमि पर 200 करोड़ का निवेश करने के साथ लगभग 800 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराएगी। राजस्थान में शुरू होने जा रही कम्पनी की यह नई इकाई भारत के साल 2030 तक 500 गीगावॉट के रिन्यूबल एनर्जी कैपेसिटी के लक्ष्य को प्राप्त करने में मील का पत्थर साबित होगी। इंजीनियरिंग क्षेत्र में अग्रणी कंपनी स्टेनवैक (सुपेरॉन ग्रुप) को रीको द्वारा भिवाड़ी के सलारपुर औद्योगिक क्षेत्र में 125 एकड़ भूमि पर 100 करोड़ के निवेश एवं करीब 300 लोगों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु इकाई लगाने के लिए भूखण्ड आवंटित किया गया है। कंपनी स्टेनलेस स्टील वेल्डिंग वायर्स एवं वेल्डिंग इलेक्ट्रोड्स उत्पाद बनाएगी।