देश के पांच राज्यों में हुए विधान सभा का परिणाम 11 दिसंबर को घोषित किया गया जिसके बाद राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश राज्यों में कांग्रेस ने जीत हासिल की। जैसा की हम जानते है कि कांग्रेस ने विधानसभा के चुनाव होने तक सीएम के चेहरे से पर्दा नहीं उठाया था और जीत हासिल करने के बाद अभी तक राजस्थान और मध्यप्रदेश में सीएम का चेहरा साफ कर दिया है।
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राजस्थान में कल दोपहर तक सचिन पायलट और अशोक गहलोत में से कौन सीएम बनेगा इस पर कश्मकश बना हुआ था। शाम को 4 बजे के आस-पास कांग्रेस के अनुभवी नेता और दो बार सीएम रह चुके अशोक गहलोत को राजस्थान का सीएम घोषित किया गया वही दूसरी तरफ युवा पीढ़ी नेता सचिन पायलट को डिप्टी सीएम बनाया गया। हालांकि इस फैसले को लेने में कांग्रेस पार्टी ने काफी समय लिया और हर किसी ने फैसला का इंतजार किया।
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बता दे कि सचिन पायलट डिप्टी सीएम बनने के लिए तैयार नहीं थे। अशाोक गहलोत और सचिन पायलट दोनों में से कोई भी मुख्यमंत्री पद से नीचे मानने के लिए तैयार नही थे। इस दौरान पार्टी में काफी तनाव भी नजर आया। खबरों की माने तो सचिन उप मुख्यमंत्री बनने के लिए तैयार नही थे लेकिन जब राहुल गांधी ने उन्हें उप मुख्यमंत्री बनने के लिए कहा तो वो मान गए और जिम्मेदारी स्वीकार कर ली।
वही कई मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक जब पार्टी में सीएम को लेकर तनाव चल रहा था तो उस समय राहुल गांधी के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह संकट मोचक बने और महत्वपूर्व भूमिका निभाते हुए सचिन पायलट को डिप्टी सीएम बनने के लिए तैयार किया जो किसी भी हालत में इस पद को स्वीकार नहीं कर रहे थे।