दिव्यांग शिक्षक से शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने पूछा- अकबर के नाना कौन थे? और घर के पास कर दिया तबादला

हुआ ऐसा कि सांचौर में एक नेत्रहीन शिक्षक इनके पास फरियाद लेकर पहुंचा, जिसका इन्होंने मौके पर ही समाधान करते हुए घर के पास तबादला कर दिया।

चौक टीम, जयपुर। राजस्थान के शिक्षामंत्री मदन दिलावर के सियासी बयान आए दिन चर्चा का विषय बने रहते हैं। इनके बयानों पर विवाद भी होता रहा है, लेकिन इस बार इनका एक वीडियो चर्चा में है जोकि विवाद का विषय नहीं बना है, बल्की इसकी चारों तरफ तारीफ हो रही है। हुआ ऐसा कि सांचौर में एक दिव्यांग शिक्षक इनके पास फरियाद लेकर पहुंचा। शिक्षक से शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने सवाल किया कि- अकबर के नानाजी कौन? जिसका इन्होंने मौके पर ही समाधान करते हुए घर के पास तबादला कर दिया। शिक्षामंत्री का यह वीडियो अब चारों तरफ वायरल भी हो रहा है।

बता दें मंसारम देवासी पुत्र बेसराराम देवासी (निवासी सेवड़ी, तहसील- बागोड़, जिला- सांचौर) जो की आंखों से 100% नेत्रहीन है। इनका विद्यालय इनके पैतृक गांव से 60 किलोमीटर दूरी पर है जिससे मसाराम देवासी को वहां आने जाने मे परेशानी होती है। इस परेशानी को देख कर इस पर शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने तत्काल मौके पर ही किया समस्या का समाधान किया।

हाल ही में बांसवाड़ा के सांसद राजकुमार रोत ने एक इंटरव्यू में कहा था कि वे हिंदू नहीं है। रोत के इस बयान पर बीते दिनों मदन दिलावर ने कहा कि आदिवासी हिंदू हैं या नहीं इसका डीएनए टेस्ट करवा लेंगे। दिलावर के इस बयान के बाद राजस्थान में आदिवासी हिंदू हैं या नहीं के मुद्दे पर राजनीति तेज हो गई। दिलावर के बयान पर पलटवार करते हुए राजकुमार रोत ने 22 जून को आदिवासियों का डीएनए टेस्ट करने के लिए खून का सैंपल शिक्षा मंत्री के सरकारी आवास  पर भिजवाने की बात कही थी।

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लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
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शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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