चौक टीम, जयपुर। जयपुर के प्रमुख विदेशी भाषा शिक्षण संस्थान ई लैंग्वेज स्टूडियो से 7 विद्यार्थी जर्मनी जाएंगे। इनका चयन वहां के आऊसबिल्डुंग प्रोग्राम के लिए हुआ है। इन सात में से 4 नर्सिंग और 3 होटल उद्योग का प्रशिक्षण लेंगे। तीन साल तक चलने वाले इस प्रशिक्षण के लिए इन्हें मासिक स्टाईपेंड भी मिलेगा। इसके बाद यह सभी वहां के संस्थानों में नियमित रूप से कार्य कर सकेंगे। वहां 5 वर्ष तक रहने के बाद नागरिकता भी प्राप्त की जा सकती है।
ई लैंग्वेज स्टूडियो के निदेशक और जर्मन स्पीकर्स क्लब के संयोजक देवकरण सैनी ने बताया कि जर्मनी के आऊसबिल्डुंग प्रोग्राम के लिए 7 विद्यार्थियों का चयन हुआ है। इन सभी ने जर्मन भाषा सीखकर इस प्रोग्राम के लिए अप्लाई किया था। इसके लिए न्यूनतम बी 1 का स्तर पास करना जरूरी होता है। दो विद्यार्थियों ने तो बी 2 का स्तर भी पास किया हुआ है। इन सात में तीन राजस्थान में जयपुर से नवदीप सिंह, जोधपुर से प्रद्युम्न सिंह और बीकानेर से विष्णु है। उत्तरप्रदेश से गौरव, अहमद हामिद और कोलकाता से अर्सलान अहमद है। पंजाब से एक छात्रा रेखा है।
जर्मनी में पेशेवरों और कर्मचारियों की कमी को देखते हुए वहां की सरकार ने आऊसबिल्डुंग प्रोग्राम शुरू कर रखा है। इसके माध्यम से होटल, रेस्टोरेंट, नर्सिंग, तकनीकी, बेकरी सहित विभिन्न श्रेणियों में जर्मनी से बाहर के नागरिकों को प्रशिक्षण दिया जाता है और उनके लिए कक्षाएं भी आयोजित की जाती है। इस दौरान उन्हें इसका स्टाईपेंड भी दिया जाता है। यह स्टाईपेंड भारतीय रूपए में 80 से 90 हजार रूपए मासिक तक होता है। नर्सिंग में तो और ज्यादा होता है। इसमे हर साल बढ़ोत्तरी भी होती है।
जर्मन स्पीकर्स क्लब के संयोजक सैनी ने बताया कि जर्मन भाषा सीखने के बाद देश और विदेश में रोजगार मिलने की संभावनाएं कई गुना बढ़ जाती है। जर्मन भाषा सीखना कठिन नहीं है। नियमित रूप से अध्ययन और अभ्यास करके इसे आसानी से सीखा जा सकता है।