‘कोटा में रहना है कि नहीं…’, विधानसभा में शांति धारीवाल के बिगड़े बोल; भाजपा ने की कार्रवाई की मांग…जानिए क्यों?

राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में आज कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री शांति धारीवाल जोश-जोश में कुछ अपशब्द बोल गए। लेकिन किसी ने इस पर संज्ञान नहीं लिया।

चौक टीम, जयपुर। राजस्थान विधानसभा के बजट सत्र में आज कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक एवं पूर्व मंत्री शांति धारीवाल जोश-जोश में कुछ अपशब्द बोल गए। लेकिन किसी ने इस पर संज्ञान नहीं लिया। उस समय स्पीकर के आसन पर उनके ही शहर कोटा दक्षिण के विधायक संदीप शर्मा थे। धारीवाल कोटा उत्तर से विधायक हैं। धारीवाल इससे पहले यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा से भी कुछ गलत शब्द बोल गए। बाद में उन दोनों की तीखी झड़प भी हुई।

झाबर सिंह खर्रा और शांति धारीवाल में तीखी बहस

दरअसल सदन में जब धारीवाल बोल रहे थे तब आसन से संदीप शर्मा बोले आज 65 वक्ता हैं। धारीवाल बोले कि कितने ही हों, थोड़ी देर तक चला लेना। धारीवाल बोले 5 मिनट दे दो। इस बीच धारीवाल ने आसन को कुछ बोलते हुए कहा कि कहा कि तुम कोटा के हो, कोटा में रहना है कि नहीं तुम्हें। इससे पहले बहस के दौरान वर्तमान यूडीएच मंत्री झाबर सिंह खर्रा और पूर्व यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल में तीखी बहस हो गई।

दरअसल ये दोनों लैंड फॉर लैंड की फाइल गायब होने के मामले पर आमने सामने हुए थे। इस दौरान धारीवाल के शब्द बाणों पर पलटवार करते हुए झाबर सिंह खर्रा बोले आपके कार्यकाल की लैंड फॉर लैंड की फाइलें गायब हो गई। इस पर धारीवाल बोले पकड़ो किसने मना किया है। आपके पास एसओजी और एसीबी है। कोई फाइल गुम हुई है या नहीं। कार्रवाई करोगे तो सच सामने आ जाएगा। धारीवाल यहीं नहीं थमे और बोले आप कई महीनों से कह रहे हैं कि फाइल गुम गई है तो सरकार क्या कर रही है।

पूर्व सरकार में फर्जी पट्टे बनने के सवाल पर हंगामा

वहीं प्रशासन शहरों के संग अभियान में पूर्व सरकार में फर्जी पट्टे बनने के सवाल पर शांति धारीवाल ने कहा कि अगर कोई गलत तथ्य बताकर पट्टा ले लेता है तो उसका पट्टा खारिज करने का अधिकार है। हमने एक्ट बनाकर आपको अधिकार दिया। सरकार को पट्टा खारिज करने का अधिकार है। जो भी अधिकारी गलती करते हैं उन्हें बर्खास्त कीजिए, एक्शन लीजिए। पट्टों में गड़बड़ी की आशंका रहती है। उसके बाद वे बीजेपी सरकार में पूर्व में यूडीएच मंत्री रहे श्रीचंद कृपलानी से मुखातिब होते हुए बोले आप एक बार गलती से यूडीएच मंत्री बन गए थे। मेरी जानकारी से आप अपना ज्ञान बढ़ा लो।

शांति धारीवाल ने सदन में कहा कि भाजपा सरकार के सात महीने में कोई काम ऐसा नहीं हुआ है, जिसको उपलब्धि माना जा सके। एक काम बता दो पूरे राजस्थान में। बस एक ही जवाब आता है कि रिव्यू और जांच कर रहे हैं। नगरीय निकायों में काम ठप पड़े हैं। मुख्य सचिव दौरे कर रहे हैं, लेकिन नतीजा कुछ नहीं।

मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने की कार्रवाई की मांग

वहीं जलदाय मंत्री कन्हैयालाल चौधरी ने अपने एक्स हैंडल पर पोस्ट करते हुए कार्रवाई की मांग की है, उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी क्या शांति धारीवाल जी पर कोई कार्रवाई करेगी ? आज विधानसभा में जिस तरीके से कांग्रेस राजस्थान के वरिष्ठ नेता शांति धारीवाल जी ने धमकी देते हुए अपशब्दों का इस्तेमाल किया है वो काफी निंदनीय है। महिला सुरक्षा के नाम पर कोहराम मचाने वाली कांग्रेस का ये ही महिला विरोधी चरित्र है। कांग्रेस सिर्फ महिला सुरक्षा को लेकर गिद्ध राजनीति करने में माहिर है।

लड़की हूं लड़ सकती हूं का नारा देने वालीं प्रियंका गांधी जी इस पर कुछ बोलेगी या चुप्पी ही साधे रखेंगी। साथ ही स्पीकर के संवैधानिक पद के लिए कांग्रेस का यह चरित्र भी दिल्ली में बैठे इनके नेताओं के संविधान की रक्षा करने के ढोंग को दर्शाता है।

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लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
Dr Sharad Purohithttps://x.com/DrSharadPurohit
शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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