राजस्थान के सौंफ उत्पादन में 10 फ़ीसदी योगदान सिरोही का

माउंट आबू की जलवायु ना सिर्फ खूबसूरती और जलवायु से पर्यटकों को आकर्षित नहीं करती बल्कि यहां की कृषि उपज को भी प्रभावित करती है। वन डिस्टिक वन प्रोडक्ट प्रोग्राम के तहत सिरोही जिले के पहचान बन चुकी है सौंफ की खास महक। सिरोही जिले में अच्छी खासी सौंफ की पैदावार की जाती है इसका पूरा श्रेय आबू के क्लाइमेट को जाता है। तरह क्षेत्र में पैदा हो रही खास मदार शॉप से गुजरात की मडिया महक रही है। राजस्थान में जोधपुर और सवाई माधोपुर में भी सौंफ की खेती की जाती है इसके अलावा सिरोही जिले में सौंफ का उत्पादन सबसे अधिक किया जाता है।

प्रदेश में सौंफ की कुल पैदावार का 10 फ़ीसदी उत्पादन सिरोही जिले को जाता है। जिस प्रकार हम सभी को पता है कि देश दुनिया में सौंफ की खास मांग होती है। नतीजा यह है कि फसल बुवाई के दौरान ही स्थानीय आढ़तियों और गुजरात के व्यापारी सौदा कर लेते हैं। सिरोही जिले में इस साल 6 हजार 254 हेक्टेयर में सौंफ का उत्पादन बड़े पैमाने पर हुआ । जो यहां आबू रोड, सिरोही, रेवदर, शिवगंज क्षेत्र में बहुतायत से उगाई जाती है।

कहां कितना उत्पादन

सौंफ की पैदावार पूरे भारत में की जाती है। 2 लाख हेक्टेयर में शॉप की बुवाई देश भर में 7 हजार हेक्टेयर में सौंफ उत्पादन राजस्थान में किया जाता है। 97 हजार हेक्टेयर में सौंफ का उत्पादन मध्य प्रदेश में, 14 हजार हेक्टेयर में सौंफ की बुवाई गुजरात में की जाती है। और 9 हजार हेक्टेयर में सौंफ का उत्पादन हरियाणा में किया जाता है।

इसलिए खास है सिरोही की सौंफ

जिस प्रकार हम सभी जानते हैं कि सौंफ लंबी अवधि की फसल है। सिरोही के किसान सौंफ की खेती करते आ रहे हैं। यहां के किसानों को अच्छी तरह पता है कि उनकी जलवायु के हिसाब से उनको किस प्रकार की खेती करनी चाहिए और नहीं। आबू पर्वत की तलहटी क्षेत्र में नमी और ठंडक रहने सौंफ को काफी लाभ मिलता है।

सौंफ की बिक्री का पैमाना

पिछले साल सॉफ्ट ₹120 किलो में बिकी थी, इस बार ₹200 और हाई क्वालिटी के सो ₹400 प्रति किलो में बिक रही है। यहां के शो में महक का राज जाने के लिए कृषि विभाग के साथ ही नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर सीड स्पाइसेज के कृषि वैज्ञानिक शोध कर रहे है। की सिरोही की जलवायु में ऐसी क्या खास बात है कि यहां पर सौंफ की इतनी अच्छी उपज इतने बड़े पैमाने पर होती है।

साथ ही सौंफ की गुणवत्ता सुधार के लिए कई प्रयास भी किए जा रहे हैं। ऊपर को छायादार जगह में सुखाकर गुणवत्ता बनाए रखी। यहां की सौंफ कि गुजरात में इतनी मांग है कि व्यापारी एडवांस बुकिंग कराते हैं।

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लेखक परिचय

Ankit Tiwari
Ankit Tiwarihttp://rajasthanchowk.com/
वर्ष 2003 से पत्रकारिता में। बिजनेस रिपोर्टिंग, उपभोक्ता अधिकारो, आम आदमी से जुड़े पहलुओं, उद्योग, ऑटोमोबाइल, टेलीकॉम, टैक्स, ऊर्जा, बैंकिंग और कृषि सेक्‍टर पर विशेष पकड़।बिजनेस सेमीनार, बड़े आयोजनों सहित बहुजनहिताय के मुद्दों पर रिपोर्टिंग।
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