जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को विद्याधर नगर स्टेडियम पहुंचे तो उन्होंने इस दौरान अपने शब्दों से कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने ना सिर्फ राहुल गांधी को नामदार पुकारा बल्कि उन्होंने तो राहुल गांधी को देश की सारी समस्याओं की जड़ ही बता दी। मोदी ने कहा कि कांग्रेस के नेता सेना का अपमान करते हैं। ‘भारत माता की जय’ को लेकर भी मोदी ने कांग्रेस तथा इसके अध्यक्ष राहुल गांधी पर निशाना साधा और कहा कि हिन्दुस्तान के बेटों के मुंह से ‘भारत माता की जय’ का नारा छीनने वाले ये कौन होते हैं। इसी बात को लेकर मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत दस बार ‘भारत माता की जय’ बुलवाकर की।
दरअसल, आपको बता दें कि राहुल गांधी ने हनुमानगढ़ में अपनी जनसभा में कहा था कि ‘‘ मोदी हर भाषण में कहते हैं भारत माता की जय और काम करते हैं अनिल अंबानी का.. अगर वो ऐसा ही करते है तो उन्हें तो अनिल अंबानी की जय, मेहुल चैकसी की जय.. नीरव मोदी की जय, ललित मोदी की जय से’’ से ही भाषण की शुरूआत करनी चाहिए। इस भाषण के खिलाफ ही पलटवार करने के लिए मोदी ने अपनी सभा में दस बार ‘भारत माता की जय’ बुलवाई।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में यह भी कहा, कि ‘‘अगर राजस्थान का भविष्य बदलना है तो कांग्रेस का एक भी नुमाइंदा यहां से नहीं जीतना चाहिए। देश की सारी बीमारियों की जड़ कांग्रेस है।’’ उन्होंने ये भी कहा कि, ‘‘हम बेटियों के सम्मान में काम करने वाले लोग हैं और वसुंधरा राजे सरकार ने बलात्कार के मामले में कम से कम समय में जांच पूरी कर, आरोपत्र दायर कर, मामला चलाकर, फांसी की सजा दिलवाने का काम किया।’’
मोदी ने कांग्रेस सरकार पर अभद्र भाषा इस्तेमाल करने का भी आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि ‘‘पार्टी के एक नेता ने देश की सेना के अध्यक्ष को सड़क छाप गुंडा कहा। मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने बैंकों को बर्बाद किया और जहां बात करे उनके आज के वादों की तो उन्होंने किसानों को लेकर ये वादा किया है कि वो कांग्रेस की सरकार आते ही किसानों का कर्ज माफ कर देगें। 2009 में लोकसभा चुनाव से पहले भी किसानों से कर्ज माफी का वादा किया गया था, लेकिन छह लाख करोड़ रुपये कर्ज था और माफ किया 58,000 करोड़ रुपये।’’
इसे देखकर आप लोग अदांजा लगा सकते है कि ये कितना सच बोल रहे है और कितना झूठ बोल रहे है। इसी तरह मोदी ने अपनी सभा के दौरान लोगो को भाजपा को ही फिर से सपाॅर्ट करने के लिए हरसंभव कोशिश की और हमेंशा की तरह ही वार- प्रतिवार का सिलसिला जारी था।