राजस्थान में कांग्रेस की सत्ता आने के बाद यहां सियासी ड्रामा आखिरकर थम ही गया हैं। गौरतलब है कि प्रदेश में पार्टी की जीत के बाद पहले सीएम के चेहरे को लेकर फिर मंत्रिमंडल के गठन पर और अब उनके विभागों को लेकर गहलोत सरकार लगातार चर्चाएं बटौरती रही।
मंत्रियों में विभागों के बंटवारे को लेकर सभी को बेसब्री से इंतजार था। विभागों के दिल्ली से आए फरमान के बाद आखिरकार मंत्रियों में विभागों का बंटवारा कर दिया हैं। बता दें कि कल देर रात हुए इस बंटवारे के बाद अब मंत्रियों के बीच भवन के बंटवारे को लेकर खींचतान शुरू हो गई है।
सभी मंत्री अपनी इच्छा से भवन चाहते हैं जो कि गहलोत सरकार के लिए सरदर्द बन गया है लेकिन इस फैसले के लिए गहलोत को केन्द्र की इजाजत का इन्तजार नहीं करना था। भवन बंटवारे को लेकर भी गहलोत ने 2 सदस्यों की कमेटी गठित की जिसमें शांति धारीवाल और रघु शर्मा को रखा गया आपको बता दें ये दोनों विधायक भी मंत्रीमंडल का हिस्सा है। उपमुख्यमंत्री से लेकर सभी मंत्रियों के भवन अब यही तय करेंगे।