जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव 7 दिसंबर को होने हैं। राज्य में सरकार बनने के महज कुछ ही दिन बाकी हैं। जिसके लिए ना सिर्फ दिग्गज पार्टियां बीजेपी और कांग्रेस बल्कि थर्ड फ्रंट पार्टी भी जोर शोर से प्रचार प्रसार कर रही हैं।
हाल ही में दोनों दिग्गज पार्टियों ने अपने अपने घोषणा पत्र जारी किए हैं। जिसके बाद दोनों पार्टियां जबरदस्त चर्चाएं बटौर रही हैं। बीजेपी और कांग्रेस के घोषणा पत्र पर नजर डालें तो दोनों ने ही जनता को लुभाने के लिए कोई कोर कसर नहीं छोड़ी हैं।
ऐसे में दिलचस्प बात ये है कि दोनों ही घोषणा पत्रों पर नजर डालें तो कुछ ऐसी घोषणाएं है जिनमें एक हद तक समानताएं हैं। कांग्रेस ने अपने घोषणा पत्र को ‘जन घोषणा-पत्र’ नाम दिया है वहीं बीजेपी ने राजस्थान गौरव संकल्प पत्र नाम दिया हैं।
दोनों ही पार्टियों ने जनता को लुभाने के लिए अपनी घोषणा में भत्ता को शामिल किया हैं। बीजेपी ने जहां बेरोजगारों को पांच हजार रूपये का भत्ता देने का वादा किया है तो वहीं कांग्रेस ने बेरोजगार युवाओं को प्रतिमाह 3500 रुपये बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा की हैं।
इसके अलावा कांग्रेस ने महिला शिक्षा को पूरी तरह से मुफ्त करने की घोषणा की हैं। वहीं कांग्रेस की सरकार बनने के 10 दिन के अंदर अंदर किसानों का कर्ज माफ करने का भी एलान किया गया है। कांग्रेस के इस ‘जन घोषणा-पत्र’ में 400 से ज्यादा घोषणाएं शामिल की गई हैं।
वहीं बीजेपी ने हर साल 30 हजार सरकारी नौकरियां भी देगी। मुख्यमंत्री की उपस्थिति में केंद्रिय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने घोषणा पत्र जारी किया था। दोनों दिग्गज पार्टियों के जारी हुए घोषणा पत्र फिलहाल राजस्थान में चर्चाओं में बने हुए हैं। अब यह देखना वाकई दिलचस्प होगा कि भत्ते के सहारे आखिर कौनसी पार्टी संभालेगी राजस्थान की सत्ता।