बीकानेर में आज राबड़ी दिवस पारिवारिक वानिकी की ओर से मनाया जा रहा है आज राबड़ी दिवस के अवसर पर अपने घरों में आस पड़ोस में शहर के परकोटे मे गांव की चोपाल में परिजनों के साथ राबड़ी का सेवन करें|
पर्यावरणविद् प्रोफेसर श्यामसुंदर ज्याणी ने बताया कि मोटे अनाज जेसे बाजरा और मोठ से बनी राबड़ी बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक राबड़ी गुणकारी है| राबड़ी पीकर 45.5 डिग्री में बाहर निकालो आपको गर्मी और लू नहीं लगेंगी आज की युवा पीढ़ी कोल्ड ड्रिंक पीते हैं, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है|
प्रोफेसर ज्याणी की पत्नी पर्यावरण प्रेमिका कविता ज्याणी ने बताया कि राबड़ी हमारे पूर्वजों की देन है ,और इस धरोहर लुप्त होने से बचाना चाहिए ताकि व्यसनों से बचाया जा सके|