कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सदस्य अभिषेक मनु सिंघवी ने रविवार को जोधपुर में प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर जमकर निशाना साधा। सीएम राजे को पीएम मोदी से बड़ा जुमलेबाज बताते हुए आरोप लगाया कि सीएम ने राजस्थान में 15 लाख की बजाय 44 लाख बेरोजगारों को नौकरी देने का दावा किया। सीएजी की रिपोर्ट के अनुसार राजस्थान में 33 लाख युवा ही पंजीकृत बेरोजगार हैं।
राजस्थान में दिसंबर 2017 में 20 लाख बेरोजगार थे, जो बढ़कर ज्यादा हो गए हैं। राजस्थान में बेरोजगारी की दर सबसे ज्यादा 13.7 फीसदी है, जो देश में चौथे स्थान पर है। इसका अंदाजा सफाईकर्मियों व अन्य भर्तियों के आवेदन करने वाले उच्च शिक्षित बेरोजगार की संख्या को देखकर लगाया जा सकता है।
सिंघवी ने वसुंधरा सरकार पर किसानों की आत्महत्या, किसान बीमा, शिक्षा के निजीकरण, महिला अत्याचार व हिंदुत्व के मुद्दों को लेकर आरोप लगाए। एक होटल में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में सिंघवी ने कहा कि प्रदेश के 62 फीसदी किसान कर्जदार हैं। बीते दो साल में 492 किसानों ने खुदकुशी की। इसकी अहम वजह किसानों को उनकी फसल का समर्थन मूल्य नहीं मिलना है।
शिक्षा के निजीकरण के मामले में सिंघवी ने कहा कि राजस्थान में पीपीपी मॉडल पर 10 हजार स्कूलों को देने का ऐलान किया था, लेकिन वर्ष 2015-16 में 13 हजार स्कूलों का निजीकरण किया। इससे 1.4 लाख की बजाय 1.9 लाख छात्र कम हो गए। महिला अत्याचार के मामले में राजस्थान टॉप पर है। यहां महिला उत्पीड़न के 37 फीसदी मामले बढ़े हैं। राजस्थान मानव तस्करी में दूसरे, अपहरण और हत्या में आठवें व साइबर क्राइम में देश में चौथे स्थान पर है।