जयपुर। 11 सूत्रीय मांगों को लेकर पशु चिकित्सक 8 दिन से राजस्थान स्टेट वेटरनरी काउंसिल के सामने आमरण अनशन पर बैठे हैं। अनशन स्थल पर आज डॉ.राम कैलाश कड़वासरा की तबीयत बिगड़ गई। जिन्हें एंबुलेंस की सहायता से अस्पताल पहुंचाया गया। कड़वासरा के हाई ब्लड प्रेशर और सीने में दर्द की शिकायत पर उसे पीएचसी गांधीनगर से एसएमएस अस्पताल रैफर किया गया है।
राजस्थान वेटरनरी डॉक्टर्स एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष डॉ.इंद्रजीत सिंह ने कहा कि हमारी 11 सूत्रीय मांगें हैं। जिसको लेकर पशु चिकित्सक धरना और आमरण अनशन कर रहे हैं। अभी तक सरकार ने हमारी मांगों को नहीं सुना है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगों पर विचार नहीं करती है तब तक हम अनशन खत्म नहीं करने वाले हैं। सरकार की ओर से लगातार आश्वासन के अलावा कुछ नहीं दिया गया।
क्या है प्रमुख मांगे
पशु चिकित्सक अपनी मांगों को लेकर आमरण अनशन पर हैं। जिसमें इनकी प्रमुख मांग मानव चिकितसकों के समान वेतनमान करने को लेकर है। इनका कहना है कि जब सब एक ही एग्जाम से आते हैं तो उनके साथ ऐसा भेदभाव क्यों। इसके अलावा ग्रेड पे, DACP, NPA सहित अन्य प्रमुख मांगें हैं। पशु चिकित्सक 17 दिसम्बर 2022 से 9 जनवरी तक रहे क्रमिक अनशन पर रहे । उसके बाद 10 जनवरी से पशु चिकित्सक आमरण अनशन पर हैं।
पशु चिकित्सकों ने की नारेबाजी
अनशन स्थल पर पशु चिकित्सक की तबीयत बिगड़ने पर पशु चिकित्सक नाराज हो गए। उन्होंने अनशन स्थल पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी। पशु चिकित्सकों ने सरकार पर हठधर्मिता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार पशु चिकित्सकों की मांगों पर सकारात्मक विचार नहीं करती है। तब तक हमारा अनशन जारी रहेगा।