कांग्रेस विधायक दल ने राजस्थान में मुख्यमंत्री चुनने का अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को दिया है। सीएम पद की दौड़ में दो बार मुख्यमंत्री रहे अशोक गहलोत को सचिन पायलट से आगे बताया जा रहा है। सूत्रों के मुताबिक पार्टी आलाकमान अनुभव को देखते हुए राज्य की कमान गहलोत को ही सौंपने के मूड में है। वहीं सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद या बड़े त्रालयों की जिम्मेदारी सौंपकर नंबर दो की स्थिति दी जा सकती है। वहीं आज राहुल गांधी ने सीएम बनाने के सवाल पत्रकारों को दिया जवाब कि मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला जल्द होगा।
अटकलें थीं कि मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान के बीच गहलोत और पायलट को दिल्ली बुलाया गया है पर बाद में दोनों नेताओं को राज्य में ही रुकने को कहा गया। माना जा रहा हैकि पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल द्वारा रिपोर्ट सौंपने के बाद ही तस्वीर साफ होगी। सूत्रों के मुताबिक पार्टी आलाकमान अनुभव को देखते हुए राज्य की कमान गहलोत को ही सौंपने के मूड में है। वहीं सचिन पायलट को उपमुख्यमंत्री पद या बड़े मंत्रालयों की जिम्मेदारी सौंपकर नंबर दो की स्थिति दी जा सकती है।पार्टी नेताओं ने बुधवार देर रात राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा भी पेश कर दिया। इससे पहले दिनभर विधायकों की बैठकों का दौर चलता रहा। बाद में सीएम चुनने का अधिकार राहुल गांधी को सौंप दिया गया।
अशोक गहलोत
अशोक गहलोत का जन्म तीनमई 1951 को जोधपुर के पास महामंदिर में हुआ, वे दो बार राजस्थान के मुख्यमंत्री भीरह चुके है, गहलोत 29 असाल की उम्र में 1980 में जोधपुर से सांसद चुने गए और 1998 में पहली बार राजस्थान के मुख्यमंत्री बने, 2008 में दूसरी बार मुख्यमंत्री बने और 12दिसंबर 2013 तक इस पद पर रहे, अशोक गहलोत तीन बार राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशअध्यक्ष रह चुक है और 1982 में पहली बार इंदिरा गांधी सरकार में मंत्री बने थे, वे1984 में राजीव गांधी सरकार में भी मंत्री बने और 1991 में पीवी नरसिम्हा रावसरकार में केन्द्रीय मंत्री रहे, 2018 में गहलोत को पार्टी में संगठन महासचिव की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौपी गई।
सचिन पायलट
सचिन पायलट याजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभाल रहे है, उनके पिता राजेश पायलट बड़े गुर्जर नेताओं में से एक थे, सचिन 26 साल की उम्र में सांसद के लिए निर्वाचित हुए ओ 2004में वह राजस्थान के दौसा लोकसभा सीट से जीते, 2009 में गठित 15 वीं लोकसभा में उन्होंने अजमेर का प्रतिनिधित्व किया था और 2012 से 2014 तक कंद्र में मंत्री भी रहे।