नागौर। जिला क्षय निवारण केन्द्र में सिलिकोसिस संभावित मरीजों के स्वास्थ्य परीक्षण व जांच के बाद सिलिकोसिस प्रमाणीकरण के लिए खनन क्षेत्र में कार्य करने वाले, सेंड स्टोन से मूर्ति बनाने, पत्थर पीसकर पाउडर बनाने, भवन निर्माण का कार्य व कपास फेक्ट्री में कार्य करने वाले श्रमिकों के लिए सिलिकोसिस स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन जिला क्षय निवारण केन्द्र में किया गया।
जिला सिलिकोसिस शिविर प्रभारी सुरेन्द्र चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से सिलिकोसिस सहायता योजना के तहत संभावित पीड़ितों की स्क्रीनिंग, उपचार एवं प्रमाणीकरण के साथ उनके आश्रितों को सहायता एवं पुनर्वास किया जाता है। श्रमिकों को आर्थिक मदद के साथ साथ ऐसे कार्य स्थल एवं श्रमिकों की पहचान, पुनर्वास, बीमारी की रोकथाम व नियंत्रण के उपाय भी इस योजना के तहत अपनाए जा रहे हैं। शिविर प्रभारी ने बताया कि सिलिकोसिस स्वास्थ्य जांच शिविर में आने वाले संभावित मरीजों को अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर बलगम परीक्षण करवा कर फिर संबधित जांच केंद्र पर सिलिकोसिस जांच शिविर में भाग लेना है। जिससे कि संभावित मरीजों को बलगम जांच में पॉजीटिव आने के बाद त्वरित गति से संबधित स्वास्थ्य केन्द्र से टीबी का इलाज शुरू किया जा सके।
स्वास्थ्य परीक्षण के साथ ही संभावित मरीजों को चिकित्सकों की ओर से उपचार के तहत आवश्यक दवाईयां भी निशुल्क प्रदान की गयी। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ श्रवण राव ने बताया कि 24 जनवरी को 248 मरीज ई मित्र के माध्यम से आवेदन करने के बाद अपना स्वास्थ्य परीक्षण करवाने जिला क्षय निवारण केन्द्र नागौर में मौजूद रहे। सभी संभावित मरीजों को चिकित्सक की ओर से स्वास्थ्य परीक्षण करने के बाद एक्स किया गया। सिलिकोसिस स्वास्थ्य जांच शिविर में भाग लेने के लिए संभावित सिलिकोसिस पीड़ित राज सिलिकोसिस पोर्टल पर जाकर ई मित्र के माध्यम से या स्वयं की एसएसओ आईडी से लॉग इन करके ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं ।