कोटा। राजस्थान टेक्निकल यूनिवर्सिटी के रंग-रंगीले एसोसिएट प्रोफेसर गिरीश परमार के खिलाफ अब एक ओर मामला दर्ज हुआ है। अब एक महिला लेक्चरर ने परमार के खिलाफ दादाबाड़ी थाने में मामला दर्ज कराया है। जिसमें परमान के अलावा तीन अन्य के भी नाम शामिल हैं। थाने में दी गई शिकायत के अनुसार प्रोफेसर राजीव गुप्ता सहित अन्य पर मानसिक प्रताड़ना, छेड़छाड़ जैसे गंभीर आरोप लगाए हैं।
जबरन बदला क्वार्टर
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार महिला लेक्चर की 2008 में विद्युत विभाग में सहायक लेक्चरर पद पर नियुक्ति हुई थी। उसे जो आवास मिला उसे 2010 में जबरन बदल दिया गया। जो परमार के आवास के ऊपर था। परेशान होकर क्वार्टर बदलने को कहा लेकिन मना कर दिया गया। परमार एक दिन एक कर्मचारी के साथ आवास में घुस गया। यह 2011 की बात है। वो छट टपकने का बहाना लेने लगा, मां भी वहीं मौजूद थी। कभी गाने गाता रहता है तेज आवाज में, कभी गेट बजा देता था। 2012 में मैटरनिटी लीव पर गई थी वापस लौटी तो सीढ़ियों पर कैमरा लगा था।
परमार बोला मुझे लड़की चाहिए
शिकायत में बताया कि 2012 में एक अक्टूबर को परमार मिला था। नशे में धुत था, मेरा हाथ पकड़ लिया। अभद्र भाषा बोलने लगा। कहा मुझे तो लड़की चाहिए। मैंने कहा घर पर बच्ची रो रही है मुझे जाने दो। परमार ने कहा उसे सुलाकर आ जाओ। फिर हम एंजॉय करेंगे। हनीमून मनाएंगे। मैं क्वार्टर छोड़ रहा हूं तुम भी छोड़ दो। बाहर अपार्टमेंट में रहेंगे। मैं डर गई नौकरानी की मदद से सारे खिड़की दरवाजे बंद किए। रात को भी परमार ने कॉल किया। परमार, गुप्ता और महिला कार्मिक की वजह से 10 साल अवसाद में रहीं।
प्रमोशन भी रूकवाया
शिकायत में बताया कि 2013-14 में मेरा क्वार्टर फिर बदलवाया गया। यह राजीव गुप्ता के घर के पास था। मुझे परीक्षा में अनुपस्थित दिखाया गया। 2015 में इन्होंने मेरा प्रमोशन रूकवा दिया। 25 लोगों में से केवल मेरा प्रमोशन रूकवाया। 2022 में पिता अस्पताल में भर्ती थे तब राजीव गुप्ता ने बदतमीजी की। अब प्रोफेसर के खिलाफ कई मामले सामने आने के बाद हिम्मत आई और उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है।