राजसमंद। सिलिकोसिस रोकथाम के प्रभावी प्रयासों के लिए देवगढ़ तहसील के कांकराद गांव में सिलिकोसिस व टीबी बीमारी से प्रभावित मरीजों के लिए एक जागरूकता कैंप का आयोजन किया गया। आमेट खनिज अभियंता ने बताया कि इस तरह के जागरूकता कैंप पूरे प्रदेश में आयोजित किए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत चाहते हैं कि श्रमिकों के स्वास्थ्य जांच के लिए इस तरह के कैंप आयोजित किए जाएं। जिससे श्रमिकों में बीमारी होने पर उसका पता लगाया जा सके।
प्रदेशभर में लगाए जा रहे कैंप
प्रदेशभर में सीएम, खनन मंत्री के निर्देश पर श्रमिकों के लिए कैंप लगाए जा रहे हैं। एसीएस माइंस इसकी लगातार मॉनिटरिेंग कर रहे हैं। उदयपुर जोन क्षेत्र में सिलिकोसिस रोकथाम एवं खनन सुरक्षा नियमों की प्रभावी पालना के लिए उदयपुर जोन के अतिरिक्त निदेशक महेश माथुर के निर्देशों से खनिज विभाग कार्यालय आमेट और चिकित्सा विभाग राजसमंद के संयुक्त प्रयासों से कांकरोद क्षेत्र के ग्रेनाइट खनन क्षेत्र में इस तरह का कैंप आयोजित किया गया है। आसिफ अंसारी के नेतृत्व में सभी विभागों के आपसी कोऑर्डिनेशन से इस कैंप में आए हुए मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई।
नहीं मिले सिलिकोसिस के लक्षण
चिकित्सा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सिलिकोसिस बीमारी के लक्षण और टीबी के लक्षण दिखाई देने पर तत्काल जांच करवानी चाहिए। इसके साथ ही श्रमिकों को डस्ट मास्क, सुरक्षा हेलमेट उपकरण वितरित किए गए। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि खदान मजदूरों को ड्रिलिंग के समय मास्क लगाना चाहिए। उसके साथ ही वेट ट्रेनिंग करने और रास्तों पर पानी का छिड़काव किया जाना चाहिए। इसके में सिलिकोसिस बीमारी को लेकर 94 मजदूरों के स्वास्थ्य की जांच की गई। जिसमें किसी में भी सिलिकोसिस बीमारी के लक्षण नहीं हैं।