आईपीडी के मुकाबले 10 प्रतिशत भी नहीं ले पाए चिरंजीवी का लाभ, कलेक्टर ने पिलाई डांट

बांसवाड़ा। जिला कलेक्टर प्रकाश चंद शर्मा ने चिकित्सा विभाग की योजनाओं की समीक्षा की। चिरंजीवी योजना की समीक्षा करते हुए शर्मा ने चिरंजीवी योजना में आईपीडी के मुकाबले 80 फीसदी से ज्यादा लाभ देने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि चिरंजीवी स्वास्थ्य बीमा योजना आज की तारीख में परिवार को सबसे बड़ा संबंल देती है। बड़ी बीमारियों पर भी एक भी रूपया इलाज के लिए नहीं लगता है। ऐसे में अस्पताल में आने वाला हर मरीज इस योजना से लाभांवित होना चाहिए। जिला कलेक्ट्रेट में आयोजित बैठक में कलेक्टर प्रकाश चंद शर्मा ने कहा कि कुछ अस्पताल ऐसे हैं जहां चिरंजीवी योजना के तहत लाभ लेने वाले बहुत कम है। ऐसे में यह चिंता का विषय है। उन्होंने आईपीडी के मुकाबले 10 फीसदी से भी कम के चिरंजीवी योजना में लाभांवित होने पर उन्होंने अधिकारियों को डांट पिलाई। आखिरी में उनको कहना पड़ा कि कम प्रोग्रेस रहती है तो कार्मिकों को चार्जशीट देने की कार्रवाई शुरू की जाए। स्वास्थ्य विभाग की योजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि कम प्रगति वाले कार्मिक और संस्थानों के प्वाइंट तैयार कर कार्रवाई अमल में ली जाए।

जेएसवाई का पेमेंट करें क्लियर

बैठक में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एचएल ताबियार ने कलेक्टर को जिले में चिकित्सा संस्थानों की विभिन्न योजनाओं की प्रगति रिपोर्ट पेश की। डिप्टी सीएमएचओ डॉ राहुल डिंडोर ने एस, पी और सीबेक फॉर्म पर समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कई अस्पतालों में इन फॉर्म का संधारण नहीं हो पा रहा है। ऐसे में जिला कलेक्टर ने निर्देश दिए कि जो काम नहीं करते है उनका इंक्रिमेंट रोका जाए। उन्होंने जेएसवाय में 90 प्रतिशत तक पेमेंट क्लियर करने के निर्देश दिए। आरसीएचओ डॉ मयंक दोषी ने आरसीएच एक्टिविटी की जानकारी दी। उन्होंने एमआर प्रथम की तुलना में द्धितीय में कम प्रगति बताईं। इस पर अभियान चलाकार एमआर दूसरा का टीका लगाने के निर्देश दिए। डॉ दोषी ने कोविड़-19 वेक्सीनेशन के लिए भी प्राप्त कोविशील्ड डोज शीघ्रता से खत्म कर नई डिमांड भेजने के निर्देश दिए।

परिवार नियोजन में बांसवाड़ा दूसरे पायदान पर

अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ भरतराम मीणा ने कहा कि परिवार नियोजन के साधनों में बांसवाड़ा का पूरे राज्य में दूसरा स्थान है और अंतरा में प्रथम स्थान है। इस पर जिला कलेक्टर ने सभी को बधाई दी। डीडीसी जिला समन्वयक डॉ प्रवीण गुप्ता ने निशुल्क दवा योजना पर प्रगति रिपोर्ट की जानकारी दी और उन्होंने कहा कि संभागीय आयुक्त के निर्देशानुसार सभी पर्ची पर डॉक्टर अनिवार्य रूप से हस्ताक्षर करे। साथ ही कहा कि पर्ची में जितनी दवाइयां लिखी है, उन सभी का इंद्राज किया जाए।

कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान 30 जनवरी से

कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान 30 जनवरी से 13 फरवरी तक चलेगा। डिप्टी सीएमएचओ डॉ राहुल डिंडोर ने सभी चिकित्सा अधिकारियों को निर्देश दिए। वह अपने संस्थान और अधीन आने वाले संस्थानों में 30 जनवरी को कुष्ठ रोग जागरूकता अभियान के तहत शपथ दिलवाए। उन्होंने कहा कि इसी के साथ चिकित्सा विभाग का एक स्टाफ स्कूलों में जाकर बच्चों को भी कुष्ठ रोग के बारे में समझाए। स्कूलों में भी शपथ कार्यक्रम आयोजित करने के निर्देश दिए।

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