चौक टीम, जयपुर। राजस्थान के जोधपुर के सूरसागर में एक दीवार के निर्माण को लेकर दो गुटों के बीच विवाद हो गया। मामले ने इतना तूल पकड़ा कि रात को व्यापारियों के मोहल्ले के आस-पास दोनों पक्षों में जमकर पत्थर चले। हालात काबू से बाहर होने पर आनन-फानन में अलग अलग थानों का जाप्ता और आरएसी मौके पर भेजी गई। रात करीब पौने बारह बजे पुलिस कमिश्नर राजेंद्र सिंह भी मौके पर पहुंचे।
इस घटनाक्रम में पुलिस कर्मी भी घायल हुए, जिनमें चौपासनी क्षउसिंग बोर्ड थानाधिकारी नितिन दवे भी शामिल हैं। एडीसीपी निशांत भारद्वाज के मुताबिक व्यापारियों के मोहल्ला, सुभाष चौक और कुछ कॉलोनी में पुलिस पर भी पथराव किया गया है। पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
जोधपुर के सूरसागर में शुक्रवार देर रात आगजनी और हिंसा के बाद अब पुलिस ने मामले में 200 लोगों पर FIR दर्ज की है और तोड़फोड़ और आगजनी करने के आरोप में 45 लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
दीवार के निर्माण को लेकर हुए आमने-सामने
प्राप्त जानकारी के अनुसार क्षेत्र में स्थित ईदगाह के पास एक दीवार के निर्माण को लेकर शाम को दोनों पक्ष आमने-सामने हुए थे। मौके पर पुलिस ने दोनों पक्षों को समझा कर मामला शांत करवा दिया था, लेकिन 7 बजे बाद चौराहे पर एक पक्ष के लोग जमा हो गए, जिन्हें पुलिस ने हटाया, कुछ देर बाद ही व्यापारियों के मोहल्ले में पत्थर चलने लगे। इस दौरान वहां अफरा-तफरी मच गई। हालात बेकाबू होने पर मौके पर अतिरिक्त फोर्स भेजी गई।
बीजेपी की सरकार को पचा नहीं पा रहे
मौके पर देर रात को सूरसागर विधायक देवेंद्र जोशी, शहर विधायक अतुल भंसाली भी मौके पर पहुंचे। देवेंद्र जोशी इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि जिस तरह से लोगों को घरों से निकालकर मारा गया है, बच्चों के साथ मारपीट की गई है उनके दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। जोशी ने एक सवाल के जवाब में यह भी कहा कि प्रदेश में जिस तरह से पिछले तीन-चार दिनों में तनावपूर्ण घटनाएं हुईं हैं, उससे लगता है कि कुछ लोग बीजेपी की सरकार को पचा नहीं पा रहे हैं, इसलिए इन घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।