असाक्षरों को डिजिटल शिक्षा से जोड़ा जाए

बीकानेर। जिला कलेक्टर भगवती प्रसाद कलाल ने नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि शत-प्रतिशत असाक्षरों तक बुनियादी शिक्षा साक्षरता, संख्यात्मक के साथ क्रिटिकल जीवन कौशल विकास की जानकारी उपलब्ध करवाई जाए।

जिला कलेक्टर ने मंगलवार को नव भारत साक्षरता कार्यक्रम की प्रगति की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत चल रहे कार्यक्रम के तहत जिले के 16800 असाक्षरों को बुनियादी शिक्षा के साथ डिजिटल शिक्षा पोर्टल जीवन कौशल से जोड़ना है। इसके तहत प्रभावी कार्य योजना बनाई जाए। कार्यक्रम के तहत 15 साल से ज्यादा उम्र के असाक्षरों को डिजिटल शिक्षा प्रदान करना, बुनियादी साक्षरता जारी रखते हुए असाक्षरों को औपचारिक शिक्षा से जोड़ना, इनकम के साधन बढ़ाना , जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए कौशल विकास को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।

इसके लिए जिले में वॉलंटियर्स टीचर्स का चिन्हीकरण किया जाए। प्रत्येक गांव में एक साक्षरता केंद्र स्थापित किया जाए। जहां कार्यक्रम से संबंधित गतिविधियों का संचालन किया जाए। वॉलंटियर टीचर्स के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, नेहरू युवा केंद्र, स्टूडेंट को ले सकते हैं।

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लेखक परिचय

Dr Sharad Purohit
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शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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