चौक टीम, जयपुर। राजस्थान के झुंझुनूं की सूरजगढ़ पुलिस ने डीएसटी की मदद से दो दिन पहले हत्या के मामले का राजफाश करते हुए एक हिस्ट्रीशीटर समेत पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं इसी मामले में शामिल एक नाबालिग को भी निरूद्ध किया गया है। एसपी राजर्षि राज वर्मा ने प्रेस वार्ता कर मामले का खुलासा किया। जिसमें उन्होंने बताया कि दरअसल मृतक रामेश्वर वाल्मिकी शराब पीने का आदि था, लेकिन इनदिनों वह गांव के शराब ठेके से शराब लेने की बजाय कहीं से हथकढ़ शराब का जुगाड़ कर सेवन कर रहा था।
शराब के गोदाम में ले जाकर बेरहमी से मारपीट की
इसके बाद आरोपियों ने उसे डराने और सबक सिखाने के लिए आरोपियों ने उसका और उसके साथ जेठूराम नायक नाम के व्यक्ति का अपहरण किया। इसके बाद अपनी शराब के गोदाम में ले जाकर दोनों के साथ बेरहमी से मारपीट की। इस मारपीट में रामेश्वर वाल्मिकी बेहोश हो गया तो आरोपी उसका इलाज करवाने के सतनाली के अस्पताल भी लेकर गए। लेकिन वहां पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद आरोपी रामेश्वर वाल्मिकी का शव उसके घर पर पटककर चले गए।
इस मामले में पुलिस ने सूरजगढ़ थाने के हिस्ट्रीशीटर दीपेंद्र उर्फ चिंटू राजपूत निवासी बलौदा, प्रवीण उर्फ पीके मेघवाल निवासी बलौदा, प्रवीण उर्फ बाबा मेघवाल निवासी उरीका, सुभाष उर्फ चिंटू मेघवाल निवासी बलौदा तथा सतीश उर्फ सुखा मेघवाल निवासी बलौदा को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं एक नाबालिग को निरूद्ध किया है।
झुंझुनूं एसपी ने दी ये जानकारी
झुंझुनूं एसपी ने बताया कि रामेश्वर और जेठूराम को अपनी बाइक पर जबरदस्ती चिंटू मेघवाल और नाबालिग ही बैठाकर ले गए थे। इसके बाद उनके साथ मारपीट की गई। पुलिस पूछताछ में यह भी सामने आया है कि हिस्ट्रीशीटर दीपेंद्र उर्फ चिंटू ही इनदिनों बलौदा का शराब ठेका चला रहा था। उसे ना केवल पूरी घटना का पता था। बल्कि सतनाली अस्पताल तक ले जाने और घर पर पटक कर जाने वालों में हिस्ट्रीशीटर दीपेंद्र उर्फ चिंटू शामिल था।
वहीं, इस मामले में एक संदिग्ध और पुलिस को तलाश है, जो फरार है। वहीं आरोपियों से पूछताछ में यदि कोई और संलिप्तता आएगी तो उसे भी गिरफ्तार किया जाएगा। गिरफ्तार पांच आरोपियों में से एक हिस्ट्रीशीटर है तो प्रवीण उर्फ पीके पर चार, प्रवीण उर्फ बाबा पर तीन तथा सुभाष उर्फ चिंटू पर एक मुकदमा पूर्व में दर्ज है.ये सभी आरोपी बलौदा शराब ठेके से जुड़े हुए है।
आपको बता दें कि 14 मई की शाम को आरोपी रामेश्वर वाल्मिकी नाम के युवक को उसके घर के बाहर मृत अवस्था में पटक गए थे। जिसके बाद पुलिस ने डीएसटी समेत तीन टीमें बनाई और आरोपियों की धरपकड़ की।
बेटे की मौत के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल
जानकारी के अनुसार आरोपियों ने रामेश्वर के अलावा जेठू नायक नाम के युवक का भी अपहरण किया था। जेठू के मुताबिक आरोपी उन्हें गांव में ही एक हवेली में बनाए शराब के गोदाम में ले गए थे। वहां दोनों के साथ मारपीट की थी। रामेश्वर का बड़ा भाई कालूराम परिवार के साथ नीमकाथाना में रहकर मजदूरी करता है। दूसरा भाई सुल्तान राजगढ़ में रहता है। बलोदा स्थित घर में रामेश्वर के साथ उसकी मां रहती थी। पिता का पहले ही देहांत हो चुका है। बेटे की मौत के बाद मां का रो-रोकर बुरा हाल है।