भीलवाड़ा। भगवान देवनारायण के 1111वें जन्मोत्सव पर पीएम मोदी ने मालासेरी पहुंचे। उन्होंने भगवान देवनारायण के दर्शन किए और पूजा अर्चना की। गुर्जरों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आपका और हमारा गहरा नाता है। भगवान देवनारायण का जन्म कमल पर हुआ है और हमारी तो पैदाइश ही कमल से है। उन्होंने कहा कि यह संयोग है कि देवनारायण के जन्म का 1111वां वर्ष और भारत को जी-20 की अध्यक्षता मिली है। जी-20 के लोगो में दुनिया को कमल पर बैठाया है।
भगवान देवनारायणजी का आया बुलावा
पीएम मोदी ने कहा कि आज इस पावन अवसर पर भगवान देवनारायणजी का बुलावा आया है। जब भगवान देवनारायण का बुलावा आ ही गया तो में भी यहां पर पहंच गया। आज में यहां पीएम के तौर पर नहीं आया बल्कि एक सामान्य यात्री के रूप में यहां आया हूं। उन्होंने कहा कि भारत के हम लोग, हजारों साल पुराने अपने इतिहास अपनी सभ्यता पर गर्व करते हैं। भारत को भौगोलिक, सांस्कृतिक और सामाजिक रूप से तोड़ने के बहुत प्रयास हुए लेकिन भारत को कोई भी ताकत समाप्त नहीं कर पाई। भगवान देवनारायण जी ने समरसता के भाव को फैलाया, समाज को एकजुट किया। एक आदर्श व्यवस्था कायम करने की दिशा में काम किया। यही कारण है कि समाज के हर वर्ग में उनके प्रति श्रद्धा और आस्था है।
एकजुट होकर करें विकास के लिए काम
पीएम मोदी ने कहा कि गुर्जर समाज शौर्य-पराक्रम और देशभक्ति का पर्याय रहा है। राष्ट्र और संस्कृति की रक्षा में हर वक्त प्रहरी की भूमिका निभाई है। गुर्जर समाज के युवा जो हकदार थे, उनको उनका हक नहीं मिला। युवा भगवान देवनारायण के संदेशों को और मजबूती से आगे बढ़ाएं। प्रधानमंत्री ने कहा कि 21वीं सदी का ये समय भारत और राजस्थान के लिए बहुत अहम है। हमें एकजुट होकर विकास के लिए काम करना है। पूरी दुनिया भारत की ओर उम्मीदों से देख रही है। भारत ने जिस तरह पूरी दुनिया को सामर्थ्य दिखाया है, उसने शूरवीरों की इस धरती का भी गौरव बढ़ाया है। भारत दुनिया के हर बड़े मंच पर अपनी बात डंके की चोट पर कहता है। भारत अपनी निर्भरता दूसरों पर कम कर रहा है। ऐसी बात जो देश की एकता के लिए खिलाफ है, उससे दूर रहना है।
देवनारायण कॉरिडोर को लेकर नहीं हुई घोषणा
पीएम मोदी के दौरे को लेकर भगवान देवनारायण कॉरिडोर को लेकर एक उम्मीद थी कि वह कोई घोषणा कर सकते हैं। लेकिन इस दौरे के दौरान लोगों को निराशा हाथ लगी। उन्होंने देवनारायण कॉरिडोर को लेकर कोई घोषणा नहीं की। हालांकि इससे पहले बांसवाड़ा के मानगढ़ में पीएम मोदी आए थे, जहां पर लोगों को उम्मीद थी कि इसे राष्ट्रीय स्मारक का दर्जा दिया जाएगा लेकिन कोई घोषणा नहीं हुई। मालासेरी में भी गुर्जर समाज के लोगों को निराशा हाथ लगी है।
विधानसभा चुनाव इसी साल
प्रदेश में नवंबर- दिसंबर में विधानसभा चुनाव होंगे। पीएम मोदी के दौरों को भी चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा से एक भी गुर्जर प्रत्याशी जीत नहीं पाया था। वहीं कांग्रेस ने 12 गुर्जरों को प्रत्याशी बनाया था, जिसमें से 8 की जीत हुई थी। गुर्जर समाज का 11 लोकसभा और 35 से 40 विधानसभा सीटों पर गुर्जर समाज का प्रभाव है।