उदयपुर। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता संबंधी संसदीय स्थायी समिति के 21 सदस्यों ने उदयपुर दौरे के दौरान हिरण मगरी सेक्टर 04 स्थित नारायण सेवा संस्थान की दिव्यांगजन सेवाकार्यों का अवलोकन किया। संसदीय स्थायी समिति की चैयरपर्सन एवं शिवहर बिहार के सांसद रमादेवी ने संस्थान के निःशुल्क सेवा प्रकल्पों की जानकारी लेते हुए कहा मैं संस्थान की सेवाओं और संचालकों की प्रतिबद्धता देख अभिभूत हूँ। दिव्यांगों के प्रति इनकी करुणा और आदर देखकर ऐसा लगता है की यह संस्थान मानव सेवा का पवित्र मंदिर है। उन्होंने संस्थान के विकास एवं उत्थान के लिए हर संभव मदद करने की घोषणा की।
नारायण सेवा संस्थान के अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल ने संसदीय समिति के दल को विजिट करवाते हुए उन्हें संस्थान की 38 वर्ष की सेवा यात्रा और वर्तमान में संचालित दिव्यांगों के पुनर्वास के ऑपरेशन, कृत्रिम अंग, कैलिपर्स, भोजन,मोबाइल, कंप्यूटर, सिलाई और हस्तशिल्प आदि स्वावलम्बन प्रशिक्षण प्रकल्पों की जानकारी दी। इससे पूर्व संस्थापक कैलाश मानव एवं निदेशक वंदना अग्रवाल ने समिति के सदस्य एवं सांसदगण संगीता आजाद, रंजीता कोली, सुमित्रा बाल्मिक,भोलानाथ,अक्षयबर लाल, प्रमीला बिसोई,ममता मोहन्ता,रामजी, वाई देवेंद्रप्पा, नारायण कराप्पा और भारत सरकार के सचिव अनिल भट्ट पंडा व निदेशक ममता केमवालका पगड़ी दुप्पटा पहना कर उनका स्वागत अभिनंदन किया गया।
अग्रवाल ने बताया की संस्थान में स्वास्थ्यलाभ ले रहे बिहार,यूपी, पंजाब, हरियाणा, छत्तीसगढ़, दिल्ली और मध्य प्रदेश के दिव्यांगों से सम्मानित सदस्यों ने बातचीत कर उनके अनुभव जाने। दल के सभी सदस्यों ने प्रसन्न भावों से संस्थान की सराहना की और अपने -अपने संसदीय क्षेत्रों में दिव्यांगों के लिए शिविर आयोजित करने का प्रस्ताव भी दिया। कार्यक्रम का संयोजन और आभार ज्ञापन रजत गौड़ ने किया।