भीलवाड़ा। यौन शोषण के मामले में भीलवाड़ा की घोड़ास डांग के हनुमान मंदिर महंत सरजू दास महाराज को पुलिस ने नाबालिग से यौन शोषण मामले में बुधवार को गिरफ्तार कर लिया। देशभर में सरजूदास महाराज के 5 आश्रम हैं। यौन योषण के आरोप में गिरफ्तार सरजूदास को लेकर पुलिस ने कई खुलासे किए हैं।
मां- बेटी ने कराया मामला दर्ज
सरजूदास महाराज पर मां ओर बेटी ने भीलवाड़ा के मांडल थाने में अलग अलग मामले दर्ज कराएं हैं। महंत पर नाबालिग की मां ने एसिड अटैक का मामला दर्ज कराया था, लेकिन उसमें अभी तक पुलिस को सबूत नहीं मिले हैं। वहीं सरजूदास पर नाबालिग ने 18 दिसंबर को यौन शोषण का केस दर्ज कराया था। सबूतों की पुष्टि होने पर पुलिस ने सरजूदास को पोक्सो एक्ट में गिरफ्तार कर लिया है। बुधवार को 8 थानों की पुलिस ने महाराज को आश्रम से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान महंत ने एक बीज मुंह में खा लिया। पुलिस ने उसका मेडिकल कराकर कोर्ट से 5 दिन के रिमांड पर लिया है।
आश्रम में की करती थी काम
सरजूदास डांग हनुमान मंदिर का महंत था। मां और बेटी वहां हनुमान मंदिर में ही काम करती थी। पीड़िता के पिता ने दो शादी की थी। दूसरी शादी के बाद पीड़िता की मां गांव में ही बेटी के साथ रह रही थी। वहीं डांग का हनुमान मंदिर में काम करने लग गई। पीड़िता भी मां के साथ हनुमान मंदिर जाती थी। पीड़िता की मां को महंत ने एक घर भी बनाकर दिया था। एक साल से पीड़िता ने आश्रम जाना बंद कर दिया था।
2007 में गद्दी पर बैठे सरजूदास
घोड़ास गांव में डांग के हनुमान मंदिर पर गुरू गोविंद पहले महंत थे। उनकी मौत पर संत रामदास आश्रम पर बैठे। 2007 में संत रामदास की मौत के बाद सरजूदास को डांग हनुमान मंदिर गद्दी पर बैठाया गया। सरजूदास बचपन से रामदास के साथ रहते थे। शुरू में उन्हें महाराष्ट्र स्थित जलगांव आश्रम पर भेज दिया गया। रामदा की मृत्यु के बाद सरजूदास को डांग सहित अन्य मंदिरों की जिम्मेदारी दे दी गई। अभी सरजूदास के पास डांग के दो आश्रमों के साथ ही महाराष्ट्र, अयोध्या और बद्रीनाथ में भी आश्रम हैं।