टोंक। स्टूडेंट्स के कैरियर निर्माण के लिए टोंक जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल की ओर से 16 अगस्त से मिशन प्रेरणा अभियान शुरू किया गया था। जिसका समापन बुधवार को हुआ। पहले बैच में 150 छात्र छात्राओं ने प्रशिक्षण लिया।
पहले बेच में स्टूडेंट्स ने 7 और 8 जनवरी को आयोजित होने वाली समान पात्रता परीक्षा के लिए 134 दिन निशुल्क कोचिंग क्लासेज ली। समापन समारोह में जिला कलेक्टर चिन्मयी गोपाल ने छात्रों को मोटिवेट किया। उन्होंने कहा कि मेहनत का कोई विकल्प नहीं होता। असफलताओं से हताश होने की जरूरत नहीं है। जीवन में आगे बढ़ने के लिए लगातार अवसर मिलते रहते हैं। असफलताओं से हमें सीखने की जरूरत है। आगे बढ़ते रहो अपने लक्ष्य से डगमगाकर हम पथभ्रष्ट हो सकते हैं। सभी ईमानदारी से परीक्षा की तैयारी कर अपने सपनों को पूरा करें।
कलेक्टर ने कहा कि प्रतिभा हर इंसान में होती है। आवश्यकता है कि उस प्रतिभा को हम पहचाने और उसे उचित अवसर उपलब्ध करवाएं। इस अभियान से ऐसे छात्र छात्राओं को अवसर मिलेंगे जो कोचिंग नहीं कर सकते थे। पढ़ाई के लिए पैसा नहीं था। उन्होंने इस बात पर भी खुशी जताई कि जो उन्होंने सोचा था वह आज सफल हुआ है। इस अभियान को साकार करने के लिए वरिष्ठ लेखाधिकारी पीडब्ल्यूडी राम अवतार शर्मा, एडीईओ चौथमल चौधरी, राजकीय महात्मा गांधी पुस्तकालय अध्यक्ष गौरव शर्मा को भी उन्होंने बधाई दी उन्होंने कहा कि किसी भी बड़े विजन को पूरा करने के लिए एक अच्छी टीम का होना बहुत जरूरी है।
मिशन प्रेरणा कोचिंग से आया आत्मविश्वास
मिशन प्रेरणा कोचिंग से पढ़ाई करने वाली रीना जैन, मुस्कान, अमन, अमरदीप ने कलेक्टर को अपने अनुभव बताया और कहा कि कोचिंग के बाद परीक्षा को लेकर उनका आत्मविश्वास बढ़ा है। अनुभवी शिक्षकों के मार्गदर्शन से परीक्षा में सफलता को लेकर वह आशान्वित है। स्टूडेंट्स ने फरवरी में होने वाली रीट परीक्षा के लिए भी निशुल्क कोचिंग प्रदान करने के लिए जिला कलेक्टर से निवेदन किया।