टोंक। निवाई के वनस्थली विद्यापीठ में रविवार को वार्षिक उत्सव का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि यहां मुझे हर जगह सरस्वती लक्ष्मी और दुर्गा तीनो का समावेश मिला है। उन्होंने कहा कि लक्ष्मी जीवन में बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन आपको परिस्थितियों के अनुसार लक्ष्मी के साथ-साथ दुर्गा का भी रूप धारण करना होगा। इसके साथ ही उन्होंने छात्राओं से कहा कि आपको मेहनत में कोई कमी नहीं रखनी चाहिए। आपको मेहनत से हर चीज हासिल होगी। उन्होंने छात्राओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मेरे मन और दिमाग में एक कल्पना थी कि दुनिया का बादशाह क्यों नहीं बन सकता। इसी सोच को लेकर लंदन गया और हजारों मिलियन डॉलर का व्यापार कर हिंदुस्तान का नाम बढ़ाया। पूरी दुनिया घूमने के बाद भी यही लगता है कि सारे जहां से अच्छा हिंदुस्ता हमारा।
उद्योगपति अनिल अग्रवाल ने छात्राओं की फरमाइश पर जहां डाल डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा वह भारत देश है मेरा गाना गाकर सुनाया। इसके साथ ही उन्होंने वनस्थली विद्यापीठ में फ्लाइंग क्लब की गतिविधियों का भी अवलोकन किया। वनस्थली सेवादल के बैंड ने मुख्य अतिथि वेदांता समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल को सलामी दी। छात्राओं की ओर से पारंपरिक स्वागत और अभिनंदन किया गया।
इस दौरान अनिल अग्रवाल ने वनस्थली की मूल प्रेरणा शक्ति स्थल श्री शांताबाई शिक्षा कुटीर का अवलोकन किया। जहां कुलपति प्रोफेसर आदित्य शास्त्री ने अग्रवाल को इस स्थान की महत्ता के बारे में बताया। लक्ष्मीबाई मैदान में परेड का ध्वजारोहण कर निरीक्षण किया। इस दौरान कार्यक्रम में वनस्थली विद्यापीठ की अध्यक्ष प्रोफेसर सिद्धार्थ शास्त्री, कुलपति प्रोफेसर आदित्य शास्त्री, कोषाध्यक्ष प्रोफेसर सुधा शास्त्री सहित अन्य मौजूद रहे।