हनुमानगढ़। जिला अस्पताल में वेंटिलेटर की खरीद होगी। इसके लिए इच्छित फर्मों से आवेदन मांगे गए हैं। कोई भी फर्म 18 जनवरी तक शिशु वार्ड में वेंटिलेटर सप्लाई के लिए आवेदन कर सकता है। उसके बाद उनके आवेदनों की जांच की जाएगी। इसके बाद अस्पताल प्रशासन की ओर से गठित कमेटी डॉक्यूमेंट्स की जांच करेगी। जिला अस्पताल प्रशासन ने आरएमआरएस की बैठक में 2 वेंटिलेटर मशीन खरीदने का प्रस्ताव रखा गया था। जिसमें एक वेंटिलेटर खरीद को ही अनुमति मिल सकी।
अब एक ओर वेंटिलेटर की खरीद की जाएगी। कुछ दिन पहले निदेशालय स्वास्थ्य विभाग ने जिला अस्पताल प्रशासन से स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार करने के लिए उपकरणों की कमी के बारे में जानकारी मांगी गई थी। इस पत्र के माध्यम से जिला अस्पताल प्रशासन कई उपकरणों के साथ-साथ पांच वेंटिलेटर की डिमांड भेजी थी। लेकिन अभी तक निदेशालय की ओर से कोई जवाब नहीं मिला। यह डिमांड कोविड की दूसरी लहर के दौरान भी हनुमानगढ़ जिला अस्पताल ने निदेशालय को भेजी थी। इसके बावजूद सुनवाई नहीं हुई।
एक वेंटिलेटर से इलाज संभव नहीं
एक वेंटिलेटर से एक समय में एक शिशु का इलाज किया जा सकता है। ऐसे में अन्य शिशु को भर्ती करने की बजाए, रैफर किया जाएगा। अगर यह वेंटिलेटर खराब हो जाता है या फिर तकनीकि खामी आ जाती है तो ऐसे में यह व्यवस्था ठप हो जाएगी। वेंटिलेटर के अभाव में नवजात की स्थिति गंभीर होने पर हायर सेंटर या फिर प्राइवेट अस्पताल में रैफर करना ही एक मात्र विकल्प है। जबकि जिला अस्पताल में पांच शिशु रोग विशेषज्ञ हैं। लेकिन वेंटिलेटर नहीं होने के कारण नवजात की स्थिति गंभीर होने पर रैफर किया जाता है।