भामाशाह के सहयोग से 120 बच्चों को मिली चरण पादुकाएं

जैसलमेर। नंगे पांव स्कूल पहुंचने वाले बच्चों को जूते-चप्पल उपलब्ध कराने के लिए आईएएस डॉ जितेंद्र सोनी की ओर से चरण पादुका अभियान चलाया गया था। अभियान के तहत जसवंतपुरा सरकारी स्कूल में 120 बच्चों को चरण पादुकाएं वितरित की गई। ये चरण पादुकाएं चरण पादुका टीम के सदस्य जितेंद्र गुर्जर और गांव के भामाशाह के सहयोग से वितरित की गई।

बच्चे नहीं घुमें नंगे पांव में

अभियान का मकसद ऐसे बच्चों को चरण पादुकाएं उपलबध कराना है, जो बच्चे तंगहाली में स्कूल तो पहुंचते हैं लेकिन पैरों में जूत्ते चप्पल नहीं होते। ऐसे बच्चे जब नंगे पाव स्कूल पहुंचते हैं तो उनके संघर्ष को आप देख सकते हैं। बच्चों को ऐसे समस्याओं का सामना नहीं करना पड़े इसके लिए यह अभियान चलाया गया है। जिसमें अब तक तीन लाख से ज्यादा चरण पादुकाएं दी जा चुकी है।

जसवंतपुरा स्कूल में आयोजित हुए चरण पादुका वितरण कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अतिरिक्त मुख्य ब्लॉक शिक्षा अधिकारी विष्णु कुमार छंगाणी, पीईईओ धनराज पालीवाल, आदर्श विद्या मंदिर बालिका के सह प्रधानाध्यापक शंभू राम, संस्था प्रधान महेश प्रजापत मौजूद रहे। यह अभियान सोनी की प्रेरणा से चल रहा है। जिसमें भामाशाह आगे आकर चरण पादुकाएं स्कूली बच्चों को वितरित करते हैं।

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Dr Sharad Purohit
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शरद पुरोहित एक प्रतिष्ठित पत्रकार हैं, जिन्होंने मीडिया के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। वह हिंदी समाचार चैनल 'Zee News', 'सहारा समय और 'ETV News राजस्थान' में भी वरिष्ठ संवाददाता के रूप में कार्यरत रहे हैं। जयपुर में रहते हुए शरद पुरोहित अपराध पत्रकारिता के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाई और उनकी रिपोर्टिंग ने अपराध जगत से जुड़े कई मामलों पर गहराई से प्रकाश डाला। वह डिजीटल मीडिया के क्षेत्र में भी कुशल माने जाते हैं। उन्होंने डिजिटल मीडिया में अपना महत्वपूर्ण योगदान देते हुए देश का पहला हिंदी ओटीटी न्यूज़ प्लेटफार्म 'The Chowk' की शुरुआत की, जिसमें वह सीईओ की भूमिका निभा रहे हैं। शरद पुरोहित का योगदान न केवल पारंपरिक पत्रकारिता में, बल्कि डिजीटल प्लेटफार्म पर भी अत्यधिक महत्वपूर्ण माना जाता है।
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