चौक टीम, कोटा। राजस्थान की शिक्षा नगरी कोटा इन दिनों छात्रों के सुसाइड से कलंकित होती जा रही है। उत्तर प्रदेश से ही कोटा में मेडिकल एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी करने आई एक छात्रा ने सुसाइड कर ली है। छात्रा महावीर नगर प्रथम इलाके में पीजी में रहती थी। कोटा में 3 दिन में ये दूसरा सुसाइड का मामला सामने आया है। छात्रा की आत्महत्या की सूचना मिलने के बाद जवाहर नगर थाना पुलिस मौके पर पहुंची। साथ ही फॉरेंसिक टीम भी मौके पर बुलाई गई।
परिजनों के आने पर होगा पोस्टमार्टम
मृतक छात्रा की पहचान उत्तर प्रदेश लखनऊ निवासी सौम्या के रूप में हुई है। कोटा में रहकर नीट की तैयारी कर रही थी। छात्रा के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी है। जिनके कोटा पहुंचने के बाद मामले में आगे जांच की जाएगी। जवाहर नगर थाना अधिकारी कमलेश कुमार शर्मा ने बताया कि मृतक छात्रा उत्तर प्रदेश के लखनऊ की रहने वाली थी। छात्रा पिछले साल कोटा आई थी और वो नीट की तैयारी कर रही थी। पुलिस ने छात्रा के परिजनों को सूचना दे दी है। परिजनों के आने के बाद ही छात्रा के शव का पोस्टमार्टम करवाया जाएगा। तब तक उसके शव को मोर्चरी में शिफ्ट कर दिया गया है।
पास के रूम के स्टूडेंट ने दी सूचना
पुलिस निरीक्षक शर्मा ने बताया कि छात्रा के कमरे का दरवाजा सुबह से नहीं खुला था। छात्रा ने सुबह से खाना भी नहीं खाया था। ऐसे में उसके पास के रूम में रहने वाले अन्य स्टूडेंट्स ने उसका दरवाजा खटखटाया तो छात्रा ने दरवाजा नहीं खोला तब उन्होंने दरवाजे के ऊपर लगे रोशनदान से अंदर झांका। इसके बाद हमें सूचना दी गई। हम मौके पर पहुंचे और दरवाजे को तोड़कर कमरे के अंदर पहुंचे। साथ ही मामले में तहकीकात शुरू की है।
आपको बता दें कि इस साल यह सुसाइड का सातवां मामला है। इस साल शुरुआती 3 माह में ही 7 आत्महत्या के मामले अब तक सामने आ चुके हैं। बीती 26 मार्च को भी कोटा के विज्ञान नगर थाना इलाके में उत्तर प्रदेश के कन्नौज छात्र ने भी सुसाइड कर लिया था। वह भी नीट की तैयारी कोटा में रहकर कर रहा था।
मानसिक तनाव से लड़ रहे स्टूडेंट्स
एक्सपर्ट की माने तो कोटा में इन दिनों स्टूडेंट्स मानसिक तनाव से लड़ रहे हैं। इनमें पढ़ाई को लेकर दवाब के अलावा फैमिली प्रेशर, सहित अन्य दवाब भी सामने आए हैं। जिसकी वजह से स्टूडेंट्स अपने भविष्य को उज्जवल करने की जगह अपना अंत कर रहे हैं। एक्सपर्ट्स का यह भी कहना है कि पढ़ाई को लेकर कंपटीशन इतना बढ़ गया है कि जो स्टूडेंट्स अपने जिले में टॉपर हुआ करते थे। आज यहां पर अपने आप को भीड़ में पाकर मानसिक तनाव से गुजर रहे हैं। कई ऐसे स्टूडेंट्स के सुसाइड पर रिसर्च के दौरान सामने आया है कि परिजनों का भी दबाव ज्यादा देखने को मिला है।
इस साल आठ छात्रों ने दी जान
शिक्षा नगरी कोटा में छात्रों के सुसाइड के लगातार आंकड़े बढ़ने से अब चिंता सताने लगी है। साल 2024 में जनवरी से अब तक 8 छात्रों ने मानसिक तनाव के चलते सुसाइड किया है। इन छात्रों में एक बीटेक का स्टूडेंट भी शामिल है। वही नीट और JEE की तैयारी करने वाले छात्रों के सुसाइड के पीछे पढ़ाई को लेकर मानसिक तनाव ज्यादा सामने आए हैं। ऐसे में जिला प्रशासन की गाइडलाइंस और अलग-अलग संस्थाओं के दावे भी अब फेल होते दिखाई दे रहे हैं।